लोन वर्राटू की सफलता से घबराये माओवादी
बुजुर्ग दंपति को किया रिहा
आत्मसमर्पण को रोकने के लिये माओवादियों ने किया था अपहरण
पहली बार पुलिस जवान के परिजनों को अपहरण के बाद किया रिहा

जिया न्यूज़:-दंतेवाड़ा,
दंतेवाड़ा:-यह दंतेवाड़ा जिले के गुमियापाल गांव में नक्सलियों ने 67 वर्षीय ग्रामीण लच्छू तेलाम को रात क़रीब दस बजे गावं पहुंच कर घर से उठा ले गये। बताया जा रहा है की बूजूर्ग को ले जाते देख उनकी पत्नी भी पीछे पीछे चली गयी।गौरतलब हैं कि लच्छू तेलाम का बेटा अजय तेलाम दंतेवाड़ा पुलिस में आरक्षक है और डीआरजी में शामिल है। दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव ने बताया कि पुलिस की कार्यवाही से घबराये नक्सली इसके पहले भी दबाव बनाने के लिए धमकी भी देते रहे हैं। लेकिन दंतेवाड़ा में पुलिस के किसी जवान के परिजनों के अपहरण का पहला मामला है। सुबह गुमियापाल के सैकड़ों ग्रामीण जंगल की ओर गये हैं जिससे कि माओवादियों से संपर्क कर बूजूर्ग दंपत्ति को सुरक्षित वापस लाया जा सके। और आखिरकार माओवादियों को बुजुर्ग दंपति को रिहा करना पड़ा।पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव ने कहा कि माओवादी लोन वर्राटू की सफलता से घबरा गये हैं। एक दो दिन में लोन वर्राटू से प्रेरित होकर गुमियापाल क्षेत्र के 15 से 20 माओवादी आत्मसमर्पण करने वाले थे। जिसकी भनक माओवादियों को लग गयी थी जिसके कारण वहां भय व डर का वातावरण निर्मित करने के लिये माओवादियों ने इस तरह की कायराना हरकत की है।जिससे कि लोग आत्मसमर्पण न कर पाये।लोन वर्राटू से ग्रामीणों में काफी जागरूकता आयी हैं और लोग मुख्य धारा में जुड़ना चाहते है।