जिया न्यूज़:-दिनेश गुप्ता दंतेवाड़ा

दंतेवाड़ा:-बस्तर अधिकार सँयुक्त मुक्ति मोर्चा के द्वारा बस्तर के विभिन्न मुद्दों को लेकर मोर्चा ने कलेक्टर से मुलाकात की।और जिले में चल रहे शिक्षा विभाग द्वारा बनाए गये पोटाकेबिन, वाटर टैंक, किचन सेड, अतिरिक्त कक्ष, शिक्षा विभाग में पदोन्नति का मामले में जांच की रिपोर्ट में 176 एमबी एवं सीसी जैसे तकनीकी दस्तावेज कार्यालय के रिकॉर्ड रुम से गायब होने की जानकारी जांच रिपोर्ट में उल्लेखित हैं। इस बात की जानकारी दोषी अधिकारियों द्वारा शपथ पत्र जारी कर सूचना आयोग को दी गयी थी । इस पर राज्य सूचना आयोग ने दोषियों तात्कालिक बी ई ओ व बी आर सी पर एफआईआर दर्ज कराने की अनुशंसा जिला कलेक्टर से की थी।जिसके तहत आयोग ने दन्तेवाड़ा कलेक्टर को दोषियों पर एफ आई आर करने की अनुशंसा की थी। पर अब तक एफ आई आर न होना कई प्रश्नचिन्ह खड़े कर रहा है। पोटाकेबिन वाटर टैंक भ्रष्टाचार के मामले में उच्च न्यायालय द्वारा सन 2017 में कमिश्नर बस्तर को जांच एजेंशी बनाया गया था। वही कमिश्नर द्वारा जांच अधिकारी दन्तेवाड़ा कलेक्टर को बनाया गया है। जिनकीं जांच रिपोर्ट आज तक प्रस्तुत नही की गयी है। इन सभी बातों लेकर कलेक्टर से चर्चा कर अवगत कराया गया। साथ ही आर्सेलर मित्तल निपान इंडिया कम्पनी द्वारा अवैध लौह अवशेष भंडारण पर प्रशासनिक जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करने एवं किरन्दुल के समीप गुनियापाल ग्राम पंचायत के आलनार के पहाड़ियों से अवैध रूप से लौह उत्खनन करने के मामले को लेकर भी बस्तर अधिकार सँयुक्त मुक्ति मोर्चा के संयोजक नवनीत चाँद व श्रीमती जया कश्यप, सुजीत कर्मा ने जिला कलेक्टर दन्तेवाड़ा दीपक सोनी चर्चा कर दोषियों पर कार्यवाही करने की मांग की। बस्तर अधिकार सँयुक्त मुक्ति मोर्चा के संयोजक नवनीत चाँद ने बताया कि इन सभी बिंदुओं पर कमिश्नर बस्तर से भी मुलाकात की जायेगी और इन समस्याओं पर अगर जल्द से जल्द प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया तो आने वाले समय में मोर्चा जन आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।संयोजक मंडल सदस्य श्रीमती जय कश्यप ने बताया कि कलेक्टर साहब ने आश्वासन दिया है कि 15 दिनों में जल्द से जल्द सभी बिंदुओं पर समिति द्वारा जांच करायी जायेगी। उसके उपरांत जांच रिपोर्ट आने पर अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उस पर जरूर कार्रवाई होगी। वही सुजीत कर्मा ने नवनीत चाँद व जया कश्यप के बयानो का समर्थन किया। और इस मामले में शीघ्र कार्यवाही की मांग की।
