

जिया न्यूज़:-अरुण सोनी-बेमेतरा,
बेमेतरा:- शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र में महिला बाल विकास विभाग, महिला स्व सहायता समूह का गठन होता है। महिला सशक्तिकरण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का यह कदम उठाया जा रहा है। इस काम में अब महिला समूह की भागीदारी भी रहती है। महिला एवं बाल विकास विभाग ने रेडी टू ईट के निर्माण में लापरवाही होने की शिकायत नवागढ़ तहसील के ग्राम पंचायत सरपंचो द्वारा किया जा रहा है। महिला बाल विकास विभाग द्वारा जांच में आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों और गर्भवती महिलाओं को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के लिए स्व सहायता समूह द्वारा रेडी टू ईट का निर्माण शुरू किया गया है। आपको बता दूं कि जांचकर्ता अधिकारी के अलावा ग्राम पंचायत सरपंच ,उपसरपंच व पंचों के द्वारा अपने गांव की नौनिहालों के अलावा गर्भवती महिलाओं तथा शिशुवती महिलाओं को मिलने वाले रेडी टू ईंट का सांठगांठ कर लापरवाह आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं के साथ मिलकर जिम्मेदार समूह की खामियों पर पर्दा डालने का काम कर रही हैं तथा सरकार की आंखों में धूल झोंक कर लापरवाह लोगों को बचाने का कार्य किया गया। हम आपको आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व ग्राम पंचायत सरपंच ने खड़े होकर आंगनबाड़ी केंद्र के पैकेट को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता से सील बंद पैकेट में से रेडी टू ईट को आटा छानने की छन्नी से छनवाने के उपरांत बचे हुये रेडी टू ईट मे भूसा,व कीड़ा देखकर कहने लगे की यह पैकेट खाने के लायक नहीं हैं। जिसे हम आपके सामने पेश कर रहे हैं जिसमें जांचकर्ता अधिकारियों का भी चेहरा बेनकाब हो जायेगा। फिर आप अपने अपने गांव के नौनिहाल बच्चों व गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं को मिलने वाली रेडी टू ईट का पैकेट आंगनबाड़ी केंद्र में जाकर उसी केन्द्र के कार्यकर्त्ता सहायिका के हाथों सील बंद पैकेट से रेडी टू ईट को आटा छानने की छन्नी से छानने के लिए कहो फिर खुद ब खुद गांव के नौनिहाल बच्चों एवं शिशुवती महिलाओं व गर्भवती महिलाओं को मिलने वाली पैकेट का खुलासा हो जाएगा।
महिला एवं बाल विकास विभाग के आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से देश के नौनिहाल बच्चों व शिशु अति महिलाओं गर्भवती महिलाओं की सेहत व स्वास्थ्य का जिम्मा दिया गया जहां उनको महिला स्व सहायता समूह के माध्यम से पोषण आहार के लिए गुणवत्ता युक्त रेडी टू ईंट जिसमें मुख्यमंत्री महतारी जतन योजना व मुख्यमंत्री महतारी शक्ति आहार तथा मुख्यमंत्री शिशु शक्ति आहार योजना का पौष्टिक आहार रेडी टू ईट के माध्यम से मिलता है ।किंतु स्थानीय सेक्टर सुपरवाइजर के द्वारा घर बैठे बिना निरीक्षण के पौष्टिक सामाग्री का निर्माण करके पैकेट सील बंद कर दिया जाता है ।जबकि पौष्टिक पैकेट तैयार करने से पहले मिश्रण करने वाले लोगों के हाथों में दस्ताने तथा सुरक्षा के कड़े इंतजाम करनी होती है। किन्तु कुछ ही समुह यह नियम का पालन करते हैं।
आपको बता दूं कि पौष्टिक आहार बनाने हेतु किस प्रकार के खाद्य सामग्री का होना अनिवार्य है जिसमें गेहूं 30 ग्राम सोयाबीन 10 ग्राम चना 20 ग्राम शक्कर 27 ग्राम सोयाबीन तेल 5 ग्राम फल्ली दाना 5 ग्राम और रागी 3 ग्राम का मिश्रण करके पोषक तत्व के रूप में प्रोटीन 12. 75 ग्राम व कैलोरी 410 .19 ग्राम का एक पैकेट तैयार करना होता है ।रेडी टू ईट फूड की समय-समय पर जांच किए जाने पर उसमें अमानक पाए जाने वाले संबंधित स्व सहायता समूह को निरस्त करने की कार्यवाही की जानी चाहिए । रेडी टू ईट फुड निर्माण के समय निर्धारित सामग्री सेक्टर पर्यवेक्षक के पर्वेक्षण में मिलाया जाता है ।आंगनवाड़ी में बच्चों का गर्भवती महिलाओं को मिलने वाले रेडी टू ईट नमूने की जांच समय-समय पर की जानी चाहिए ।पैकिंग में लापरवाही गुणवत्ता की अनदेखी करने वालों के खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए।
