
जिया न्यूज़:-जगदलपुर,
जगदलपुर। भाजपा प्रवक्ता श्रीचंद सुंदरानी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि झीरम घाटी राजनीतिक षड्यंत्र हत्याकांड की एसआईटी जांच से भाजपा को पसीना क्यों आ रहा है?तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने दो वर्षों तक सीबीआई जांच नहीं होने की सूचना क्यो छिपाई?क्या भाजपा को डर है एनआईए झीरम घाटी कांड के लिए गठित एसआईटी को झीरम की फाइल दे देगी तो झीरम की सुपारी किलिंग की कलई खुल जाएगी?
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा है कि झीरम घाटी कांड की जांच के लिए एसआईटी गठित होने एवं शहीद उदय मुदलियार के बेटे जितेंद्र मुदलियार के द्वारा झीरम घाटी कांड के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराये जाने के बाद भाजपा फिर एनआईए जांच करने की बात क्यो कह रही है?जबकि एनआईए ने अक्टूबर 2015 में न्यायालय में क्लोजर रिपोर्ट पेश कर कहा कि उनकी जांच पूरी हो चुकी है अब न्यायालय सुनवाई करें? झीरम घाटी कांड के जांच के लिए एसआईटी गठन होने के बाद भाजपा में खलबली मची है।झीरम घाटी हत्या कांड के बाद छत्तीसगढ़ में पुनः भाजपा की सरकार बनती है, डॉ रमन सिंह मुख्यमंत्री बनते हैं और झीरम घाटी जांच ठंडे बस्ते में चली जाती है,जांच की दिशा बदल जाती है,दायरे सीमित हो जाते हैं।एनआईए परिवर्तन यात्रा में शामिल कांग्रेस नेता जो घायल हुए थे उनसे पूछताछ नहीं करती है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के समय दक्षिण बस्तर के तीन विकास खंडों तक सीमित नक्सलवाद डॉ रमन सिंह के शासनकाल में 14 जिलों तक कैसे पहुँचा? भाजपा नेताओं के नक्सलवादियों के साथ सम्बंध उजागर हो रहे हैं।दंतेवाड़ा के भाजपा जिला उपाध्यक्ष जगत पुजारी को बीते 10 साल से नक्सलियों को सामानों सप्लाई करने के आरोप में गिरफ्तार किया जाता हैं।2013 में भाजपा नेता शिवदयाल तोमर की हत्या के बाद गिरफ्तार नक्सली पोडियाम लिंगा पूछताछ में स्वीकार करते हैं कि नक्सलियों के साथ भाजपा के बड़े नेताओं की सांठगांठ है।नक्सलियों के सहयोगी के रूप में पकड़ाए ठेकेदार धर्मेंद्र चोपड़ा की जिस वक़्त गिरफ्तारी होती है उस वक्त भाजपा सांसद के कार में सवार थे।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता आलोक दुबे ने कहा कि भाजपा नहीं चाहती कि झीरम घाटी षड्यंत्रकारियो के चेहरे से नकाब उतरे, सच्चाई जनता के बीच आए और राजनीतिक षड्यंत्र हत्याकांड में शामिल लोगों को सजा मिले, शहीद परिवारों को न्याय मिले। छत्तीसगढ़ में भाजपा सरकार में रहते झीरम घाटी कांड की जांच को प्रभावित की अब एसआईटी जांच को प्रभावित करने का प्रयास कर रही है। इससे स्पष्ट है दाल में कुछ काला नहीं बल्कि पूरी दाल ही काली है।