


जिया न्यूज़:-आज़ाद सक्सेना-किरंदुल,
किरन्दुल 10 अगस्त बैलाडीला पहाड़ी की तराई क्षेत्र में नक्सलियों ने विश्व आदिवासी दिवस मनाया।इस कार्यक्रम में सैकड़ो गांव के ग्रामीण शामिल हुए।विश्व आदिवासी दिवस कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीणों को नक्सलियों ने पर्चे बाटे। पर्चे में13 नंबर लौह अयस्क खदान की लड़ाई आगे बढ़ाने तथा जल जंगल जमीन हमारा है।मनवा धरती मनवा राज की लड़ाई को ही आगे बढ़ाने की अपील करते इसे ही विश्व आदिवासी दिवस की सच्ची लड़ाई कहा है। पर्चे में नक्सलियों ने राज्य सरकार पर लौह अयस्क की खदानों को निजी हाथों में बेचने का आरोप लगाया है। पुलिस द्वारा चलाए जा रहे नक्सलियों के घर वापसी अभियान को फर्जी बताया है। आदिवासी को उसकी जमीन से बेदखल करने के लिये केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर भी एपीआए एनआरसी,सीएए को काला कानून बनाने की साजिश रचने का आरोप लगाया है।पर्चे में माओवादियों ने एनएमडीसी पर आरोप लगाते हुए पर्चे में लिखा है कि पिछले 54 सालों से अपार लोह अयस्क खनिज सम्पत्ति को खनन करके जापान,कोरिया,आदि साम्राज्यवाद देशों को कौड़ियों के दाम पर बेच रहा है।बैलाडीला की पहाड़ियों में 300 करोड़ टन से ज्यादा लोहा है।जिसका दोहन किया जा रहा है।पर आज भी यहां के आदिवासी विकास से कोसो दूर है।ये पर्चा माओवादियों की बस्तर डिवीजन कमेटी के द्वारा बांटा गया है।