

जिया न्यूज़:-दिनेश गुप्ता के साथ सुभाष यादव-दंतेवाड़ा,
दंतेवाड़ा- आटोमोबाइल गैरेज के नाम पर निदेशक, आजीविका महाविद्यालय दंतेवाड़ा ने स्थानीय बेरोजगार युवक-युक्तियों के साथ धोखा किया है। दंतेवाड़ा जिले के गीदम विकासखण्ड के हारम पंचायत के मुण्डरूपारा में खनिज न्यास निधि (डीएमएफ) से 1 करोड़ 59 लाख की लागत से गैरेज का निर्माण होना था। इसके लिए विभाग ने 04 जुलाई 2018 को प्रशासनिक स्वीकृति भी देदी।
गौरतलब करने वाली बात यह है कि प्रशासनिक स्वीकृति के पश्चात विभाग ने निर्माण कार्य चालू करवा दिया परन्तु 02 वर्ष का समय बीत जाने के बाद भी आज पर्यन्त तक निर्माण कार्य अधूरा है।
प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष तौर से यह आटोमोबाइल गैरेज स्थानीय युवक-युक्तियों के लिये एक रोजगार का जरिया बनती। मगर अफसोस कि बात जिला प्रशासन ने जिस उद्देश्य की पूर्ति हेतु इसकी आधारशिला रखी थी, वह पूरा होता हुवा नजर नही आ रहा है। इस गैरेज के निर्माण के साथ स्थानीय बेरोजगार युवाओं में रोजगार को लेकर एक उमीद की किरण जागी थी। कि उन्हें रोजगार के लिये बड़े शहरों, दूसरे राज्यों की ओर नही जाना होगा। मगर इनके हाथ निराशा ही आई।
करोड़ो की लागत से तैयार होने वाला यह आटोमोबाइल गैरेज युवाओं को रोजगार मुहैया तो नही करा पाया मगर कुछ असामाजिक तत्वों के शराब पीने के काम आ रहा है।
वर्सन
इस सम्बंध में निदेशक, आजीविका महाविद्यालय के प्रभारी से फोन पर सम्पर्क कर जानकारी चाही गई तो उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले की जानकारी सम्बन्धित शाखा प्रभारी से मंगवा कर आपको जानकारी उपलब्ध करवाता हु।
प्रभारी निदेशक,
आजीविका महाविद्यालय दंतेवाड़ा
लिंगराज सिदार