
जिया न्यूज़:-दंतेवाड़ा,
दन्तेवाड़ा: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष सुश्री लता उसेंडी आज संगठन के निर्देश से दंतेवाड़ा प्रवास पर थीं। भाजपा जिला कार्यालय में सुश्री लाता उसेंडी ने पत्रकार वार्ता को सम्बोधित किया। प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार ने किसानों के हित के लिए नए किसान बिल पारित किया है। हिज बिल को लेकर कांग्रेसी और अन्य विरोधी मिलकर किसानों को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं। किसानों को मंडी बंद होने, जमीनों में निजी कंपनियों का कब्जा कर लेने जैसी न जाने कितने भ्रामक बातों से भड़काया जा रहा है। सरकार में आने से पहले राज्य की कांग्रेस सरकार ने गंगा जल हाथ मे लेकर न जाने कितने कसम खाये थे, उन्हें तो पूरा नही कर पा रहा है। उल्टे किसानों के हिट में हो रहे कार्यों को बाधित करने में लगा है। सुश्री उसेंडी ने पत्रकारों से आग्रह किया कि वे अपने समाचार पत्रों और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से लोगों तक इस सच्चाई को पहचाने में सहयोग करें। उन्होंने बताया कि भाजपा संगठन भी प्रभारी नियुक्त कर उक्त बिल की सहीं जानकारी किसानों तक सीधे पहुंचने का अभियान चला रहे हैं। उन्होंने बताया कि कुछ संघठनों को छोड़कर किसानों के अनेक संगठन इस बिल की सराहना करते हुए बिल का स्वागत किया है। विरोधियों के बहकावे में आकर पिछले 22 दिन से आंदोलन कर रहे आंदोलनकारी बिल की खामियों को बता नही पा रहे हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री ने उनसे बिल की कमियों पर चर्चा के लिए आमंत्रित किया पर वे स्वयं भ्रमित हैं इस लिए चर्चा में शामिल नही हो रहे हैं।कांग्रेसी और विरोधी कुछ लोगों को यह कहकर भड़काने का प्रयास कर रहें कि इस बिल से मंडियां बंद हो जाएंगी, किसानों का जमीन पूंजीपति हड़प लेंगे जो सरासर झूठ है। कृषि बिल में कहीं भी मंडी बंद होने या जमीन हस्तांतरण का जिक्र नही है। देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी ने किसानों के आगामी हित को देखते हुए उनके फायदे के लिए ही यह कानून बनाया है। इस बिल से किसानों को अनेक फायदे हैं किसान अपना उपार्जन निर्धारित दर पर किसी भी जगह विक्रय कर सकते हैं जिससे उनका समय और पैसा दोनों की बचत होगी वही फार्मिंग कंपनियों के अनुबंध से भी उन्हें कोई नुकसान नहीं बल्कि इससे जोखिम का खतरा कम होता है। प्रदेश उपाध्यक्ष सुश्री लता उसेंडी ने प्रदेश के भूपेश सरकार पर आरोप लगाया कि किसानों की कॄषि बिल में उलझ कर कांग्रेस धान खरीदी को बाधित कर रहा है, उन्होंने कहा की केंद्र सरकार ने अक्टूबर माह में ही धान खरीदी के लिए राज्य सरकार को राशि जारी कर दी है। भूपेश सरकार केंद्र की नीति का बहाना बना कर एक माह विलंब कर दिसम्बर माह से धान खरीदी शुरू की किया है जबकि खरीदी नवम्बर माह से होनी थी। किसान धान बिक्री हेतु टोकन के लिए आज भी भटक रहें हैं। कोंडागांव में रकबा घटाने को लेकर एक किसान ने आत्म हत्या तक कर ली तथा राजनांदगांव में रिश्वत के सदमे से खरीदी केंद्र में ही एक किसान की जान चली गई। संवेदनहीन भूपेश सरकार फिर भी बज नही आई है, आज नही किसानों का धान मिंझाई रुकी हुए है टोकन न मिलने से किसान रख रखाव के अभाव में धान की मिंझाई नही कर पा रहे हैं। पत्रकार वार्ता के दौरान सुश्री लता उसेंडी जी ने कहा कि दंतेवाड़ा ही नहीं पूरे राज्य में परिवारवाद और उनकी पारिवारिक राजनीति का शिकार अधिकारी कर्मचारी हो रहे हैं। पारिवारिक मतभेद के कोप गाज अधिकारी कर्मचारियों पर गिर रही है। रसूख राजनीतिक दबाव के चलते अधिकारी, कर्मचारी जनोपयुगी कार्य कर नही पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पास कोई रीति, नीति या योजनाएं नही है जिससे क्षेत्र का विकास हो सके। प्रेस वार्ता में सुश्री उसेंडी ने कांग्रेस पर आरोप लगाते कहा कि कांग्रेस अपनी 2 वर्षों की उपलब्धि का गान करते घूम रही है पर हकीकत कुछ और ही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ को 50 वर्ष पीछे धकेल दिया है। उन्होंने कहा कि दंतेवाड़ा को ही देख लो कलेक्टर कार्यालय ही छावनी में तब्दील हो गई है इस बात से तो यह स्पष्ट हो ही गया है कि कांग्रेस अन्य विकासशील योजनाओं के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था में भी विफल हो गई है। कांग्रेस के नेता जे साथ साथ जिले के एसपी ने भी कहा कि नक्सली अंदर घुस आए हैं, उन्होंने खुद कबूला है कि कलेक्टर ऑफिस तक नक्सली घुस आए थे। इससे सरकार की सुर्ख व्यवस्था की पोल खुल गई है और साबित हो गया है राज्य की कांग्रेस सरकार लोगों की सुरक्षा करने में पूरी तरह से विफल हो गई है। सुश्री लता उसेंडी ने कांग्रेस पर आरोप लगते हुए कहा कि कांग्रेस क्षेत्र के डीएमएफ फंड पर कुंडली मारकर बैठा है। इस क्षेत्र के लिए उद्योगों से मिलने वाकई क्षेत्रनिधि को सीधे रायपुर से संचालित की जा रही है। इस फंड से अपने हितैषियों को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से ही ऐसा षड्यंत्र रचा जा रहा है।