
जिया न्यूज़:-चन्दन साठवाने-दंतेवाड़ा,
दंतेवाड़ा- कटेकल्याण के ग्राम गुड़से कोरिपारा के हूँगा की 2 माह की बेटी अस्पताल प्रबंधन के लापरवाही के चलते चल बसी ।हूँगा, उसकी पत्नी देवे और मितानिन सोमरी ने बताया कि विगत सोमवार 21 दिसंबर रात को बच्ची की तबियत बिगड़ी तो उसे मंगलवार को सुबह सामुदायिक केंद्र कटेकल्याण लाया गया था ।

बच्ची की स्थिति को चिकित्सकों ने देखा और बताया कि बुखार है और पेट की गड़बड़ी है लेकिन कोरोना नहीं है और इलाज हो जाने का आश्वासन देकर भर्ती भी कर लिया ।लेकिन 2 माह की बालिका के स्वास्थ्य में सुधार नहीं आया और अंततः रात के समय उसने दम तोड़ दिया ।

बताया जा रहा है कि सामुदायिक केंद्र में दवाओं का अभाव रहता है ।इस केंद्र के विषय में अन्य ब्लॉकवासियोंने भी प्रभारी अधिकारी के गैर जिम्मेदार होने की बात बताई ।अस्पताल द्वारा परिजनों को इलाज के पूर्व शासकीय सहायता के तौर पर 3000 रुपये मिलने की बात भी कही थी ।इन दिनों अस्पताल प्रबंधन के लापरवाही के समाचार पूरे संभाग में है । 27 दिसंबर को डिमरापाल में भी इलाज के दौरान एक22 वर्षीय गुड़से निवासी की मौत हो गयी ।जिससे इस क्षेत्र के रहवासियों में हॉस्पिटल प्रबंधन के प्रति नाराज़गी देखी जा सकती है ।बहरहाल, इस बच्ची के विषय में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से भी मोबाइल पर बात की गई तो उन्होंने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच कराने की बात कही है ।