
जिया न्यूज़:-दिनेश/चन्दन-दंतेवाड़ा,
दंतेवाड़ा-जिले का स्वास्थ्य विभाग कुछ न कुछ ऐसा करता ही रहता है ताकि समाचार लिखने वाले खाली न बैठ सके ।ताजा रुझान भी अस्पताल के सामने ही अपनी दुर्दशा बयां कर रहे हैं ।एम्बुलेंस वाहनों के रखरखाव के मामले में लापरवाही के कारण वाहनें समय से पहले कबाड़ हो जाती हैं ।वाहनों की कमी के कारण मरीज़ों को अन्यत्र ले जाने के लिए निजी एम्बुलेंस की ओर रुख करना मजबूरी होती है ।गरीब तबके के लिए तो बेहद ही मुश्किल होता है ऐसे में दुखद परिणाम भी आते रहते हैं ।

अस्पताल परिसर में खड़ी तीन एम्बुलेंस को अभी कम खर्च पर मरम्मत किया जा सकता है लेकिन विभाग के पास ऐसे कार्यो के लिए अलॉटमेंट आड़े आता है ।इस फेर में वाहनें कबाड़ होती हैं ।चौथे एम्बुलेंस की स्थिति अधिक दयनीय हैं यह वाहन बरसात के दिनों में अपना वजूद ही खोने को तैयार है ।करोडों के बजट वाला यह विभाग एक दूसरे पर दोषारोपण करता रहता है ।वाहनों के संबंध में अस्पताल प्रशासन वाहनचालकों की बात भी नहीं मानती ।भुगतान में बेहद लेटलतीफी के कारण गैरेज वाले भी क्रेडिट में काम करने कतराते हैं ।उम्मीद की जाएगी कि मरीजों को रेफर करने वाले इन एम्बुलेंसो को कोई समय रहते रेफर करे ।अन्यथा ये ऑक्शन का इंतज़ार करते रहेंगे ।