जिया न्यूज़:-दिनेश/चन्दन-दंतेवाड़ा,
दंतेवाड़ा-जिला का मुख्य 100 शैय्या हॉस्पिटल दंतेवाड़ा में विगत पखवाड़े भर पूर्व टेंडर विवादों में पड़ती दिखाई दे रही है ।कैंटीन संचालन में एक टाइम का नाश्ता, दो समय भोजन और दो दफे दूध दिया जाता है ।पौष्टिक आहार के लिए मापदंड तय किये जाते हैं

जिला चिकित्सालय दंतेवाड़ा के नाम एक और दाग लगने की तैयारी किये जाने के संकेत हैं ।बताना लाजिमी है कि इस कार्य के लिए अनुभवी को दिया जाना प्रमुख शर्त रखा गया है और आवेदन जमा करते समय सेंपल भी सलंग्न करना होता है लेकिन नियमों को ताक पर रखकर अन्य चहेते को दिए जाने के संकेत ने विभाग को कटघरे में खड़ा कर दिया है ।आदिवासी महासभा के सदस्य और जनपद उपाध्यक्ष कटेकल्याण जितेंद्र सोरी ने हॉस्पिटल ऐसे कारनामों पर लगाम लगाने की चेतावनी देते कहा कि जिला प्रशासन दवाब में कार्य कर रही है ।कैंटीन संचालन में अब गैर अनुभवी को दिया उचित नहीं है ।सीएमओ दंतेवाड़ा वीरेंद्र ठाकुर ने फोन पर बताया कि समिति के अनुशंसा के आधार पर नियम के तहत संचालन की जवाबदारी दी जाएगी ।अतः नियमों का कड़ाई से पालन कर योग्य व्यक्ति को ही संचालन करने आदेशित करना चाहिए ।