जिया न्यूज़:-दंतेवाड़ा,
दंतेवाड़ा:-विगत 3-4 माह पूर्व जिला चिकित्सालय में कैंटीन संचालन निविदा प्रक्रिया विवादित थी और किसी तरह से यह कार्य नए ठेकेदार को दे दिया गया था ।अनेक विवादों के बीच दिए गए इस कार्य का संचालन बमुश्किल 3से4 माह ही हुआ और खामियां आने लगी ।बताना जरूरी है कि उच्च रक्तचाप, शर्करा सहित अन्य बीमार लोगों के लिए डाइट अनुसार भोजन दिया जाना होता है लेकिन सामान्य मरीजों का भोजन ही दिए जाने के मामले है ।सामान्य रोगियों को भी गुणवत्तापूर्ण भोजन नहीं दिया जाता ।

मरीज़ों सहित परिजनों ने बताया कि अधपकी रोटियां दी जाती है साथ ही दाल, सब्ज़ी भी गुणवत्ता की नहीं होती ।गुरुवार के दिन नाश्ते में इडली दिया गया था लेकिन यह नाश्ता भी मजबूरी में लोगो ने लिया ।चूंकि लॉकडाउन है इस दरम्यान पूरे होटल, नाश्ता के खोमचे बंद हैं इसी वजह से लोग कैंटीन का भोजन लेने मजबूर हैं ।स्थानीय अस्पताल कर्मियों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि पूर्व में कैंटीन का संचालन बहुत अच्छा था ।अब स्थिति खराब हो रही है ।

कैंटीन के संचालन को फायदे का व्यवसाय न मानकर सेवा के रूप में लिया जाना चाहिए लेकिन ऐसा न करके कई संचालक इसमें लाभ देखते हैं ।कुछ माह तक सही ढंग से कैंटीन चलाने के बाद लापरवाहियां की जा रही है ।पूर्व संचालक के स्टोर में मीडियाकर्मियों की आवाजाही होती थी और पारदर्शी संचालन था लेकिन अब नए संचालक ने स्वयं पाबंदी लगा रखी है ।चूंकि अभी सभी होटल बंद हैं तो यह मामला सामने आ रहा है अन्यथा परिजन अच्छा भोजन होटल से लेकर रोगी को और स्वयं भी खाते थे ।बहरहाल, उम्मीद की जाएगी कि अस्पताल प्रशासन इस गंभीर विषय पर कार्यवाही कर संचालक के कार्यो उसके द्वारा परोसे जा रहे भोजन उपयोग किये जा रहे सामग्रियों पर सतत नज़र रखेगा ताकि पारदर्शिता के साथ अच्छा भोजन दिया जा सके ।