कलेक्टर ने किया जलाशयों का निरीक्षण
नकदी फसलों की खेती करने किसानों को किया जाएगा प्रोत्साहित

आशीष परिहार
कांकेर कलेक्टर श्री केएल चौहान ने आज नाथियानवागांव एवं गोलकुम्हडा जलाशय तथा सेंदार नाला डायवर्सन का निरीक्षण कर नहर के किनारे खाली पड़ी जमीन में साग-सब्जी, मक्का एवं अन्य लाभकारी फसलों की खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने हेतु उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक व्हीके गौतम को निर्देशित किया। कृषि विभाग के उप संचालक एनके नागेश को निर्देशित करते हुए कलेक्टर श्री चौहान ने कहा कि किसानों को फसल चक्र परिवर्तन अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जाए तथा आगामी वर्ष खरीफ सीजन के धान की कटाई होने के पहले से ही किसानों को मक्का, गेहॅू, चना इत्यादि फसलों की खेती करने के लिए प्रेरित किया जावे तथा रबी सीजन में लगभग 50 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में लाभकारी फसलों की खेती का लक्ष्य रखते हुए उस पर अमल किया जाये।
कलेक्टर ने आज एसडीएम कांकेर उमाशंकर बंदे, जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता आरआर वैष्णव, कृषि विभाग के उप संचालक एनके नागेश, उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक व्हीके गौतम और सहायक वन संरक्षक आरके मंडले के साथ नाथियानवागांव एवं गोलकुम्हड़ा बांध के साथ ही नहरों का पैदल निरीक्षण किया एवं सिंचाई सुविधाओं की जानकारी ली। जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता वैष्णव जी ने बताया कि नाथियानवागांव बांध से 30 हेक्टेयर में ग्रीष्मकालीन सिंचाई के लिए पानी दिया जा रहा है तथा खरीफ सीजन में 135 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई पानी दी जाती है। गोलकुम्हड़ा जलाशय से वर्तमान में 30 एकड़ में सिंचाई के लिए पानी दिया जा रहा है तथा खरीफ सीजन में लगभग 300 एकड़ में सिंचाई के लिए पानी दिया जाता है। कलेक्टर ने अधिकारियों के साथ गोलकुम्हड़ा जलाशय के सिंचाई नहर का पैदल निरीक्षण किया तथा नहर के आसपास एवं बांध के नीचे खाली पड़ी जमीन में ग्रीष्मकालीन सब्जी-भाजी की खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने हेतु उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक को निर्देशित किया।
बांधों के निरीक्षण पश्चात कलेक्टर ने चारामा विकासखण्ड के ग्राम परसोदा स्थित सेंदार नाला डायवर्सन का भी अवलोकन किया। इस डायवर्सन में 24 किलोमीटर लम्बी सिंचाई नाली का निर्माण किया जा रहा है, इसके बन जाने से परसोदा से पिपरौद तक लगभग 12 सौ हेक्टेयर क्षेत्र में सुनिश्चित सिंचाई की सुविधा प्राप्त होगी। इस डायवर्सन के सिंचाई नाली में 8 किलोमीटर सीमेन्ट कांक्रीट नहर नाली का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें लगभग ढाई किलोमीटर का निर्माण पूरा हो चुका है, शेष कार्य प्रगति पर है।