छत्तीसगढ़ सरकार की समर्थन मुल्य पर धान खरीदी योजना अव्यवस्थांओंं के चलते विफल।

आशीष परिहार / विश्व प्रकाश शर्मा-कोण्डागांव
किसानोंं पर दमनात्मक कार्यवाही करने वाली सरकार ने नहीं खरीदा धान कोण्डागांव जिले के राधंना खरीदी केन्द्र(विकास खण्ड. माकड़ी)में टोकन कटने के बावजूद भी किसानों का धान नहीं खरीदा गया प्राप्त जानकारी के अनुसार 20फरवरी को धान खरीदी की समय सीमा समाप्त होने के बाद बारदाने की कमी के कारण किसानों के आन्दोलन के मद्देनजर खरीदी की अनुमति प्रदान की गई थी।जिस पर पटवारियों द्वारा सर्वे कर244किसानों की सूची तैयार कर भेजी थी। परन्तु केवल63किसानों के नामों पर स्वीकृति प्रदान की गई. शेष181किसानों का नाम न होने से किसान धान बेचने से वंचित रह गए। विषेश बात यह है कि उस समय सभी किसानों ने अपनी उपज इस आशा से खरीदी केन्द्र में ही रखी हुई थी कि हमारा टोकन तो कट चुका है,खरीदी शुरू होते ही हमारा धान खरीद लिया जायेगा।परन्तु ऐसा नहीं हो पाया। ●मुआवजा व कर्ज माफी की मांग● बेमौसम बरसात होने के कारण किसानों ने धान को तिरपाल आदि से ढक कर रखा था परन्तु मौसम में नमी व उमस के कारण धान अंकुरित हो गया है जिसे औने-पौने दाम पर किसी भी व्यापारी को भी नहीं बेच सकते ऐसी स्थिति में किसानों ने सहकारी समितियों से जो कर्ज लिया है उसे वापस करना मुश्किल ही नहीं ना मुमकिन हो गया है। एनआर मरकाम(शाखा प्रबंधक, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक) के अनुसार बचे हुए244किसानों की सूची बना कर भेजी थी परन्तु केवल63किसानों का नाम धान खरीदने हेतु आया था जिनका धान हमने खरीद लिया है शेष बचे हुए किसानों की जवाबदेही प्रशासन की है।