दन्तेवाड़ा नगर के मुक्ति धाम में सुविधाओं का अभाव।
शमशान घाट पर अंतिम संस्कार में लोगों को हो रही है दिक्कते,
जर्जर छत के नीचे शवदाह करने को लोग मजबूर
अंतिम संस्कार करने वाले लोगों के मन में भय कि छत कही उनके ऊपर ना गिर जाये।

दिनेश गुप्ता/सुभाष यादव दन्तेवाड़ा-
नगर के शमशान घाट पर टिनशेड सहित अन्य सुविधाएं नही होने के कारण शव का अंतिम संस्कार करने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पडता है। शमशान घाट पर एक ही टिनशेड है, वो भी बहुत ही जर्जर स्थति में है। शमशान पर एक मात्र टिनशेड भी खराब हो चुका है। इसके अलावा शमशान के आसपास की जमीनों में बाउंड्रीवाल नही है। जिससे मवेशियों का ठीकाना यही पर रहता है। वही आसपास गंदगी फैली रहती है, शव के साथ जो सामान परिवार वाले लाते है। उसका उचित निपटान करने का प्रबंध शमशान घाट में नही है। दहा संस्कार के बाद नहाने के लिए भी पानी की उचित व्यवस्था भी नही है।
आपको बताना लाजमी होगा कि नगर के बीचो-बीच डंकनी नदी के किनारे शमशान घाट कि स्थिति बदहाल है। जिसकी सुध लेने वाला कोई नही है। इस शमशानों मे शवदाह के लिए आने वाले लोगों को मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। कभी-कभी दो शव एक साथ आने से लोगों को घंटों इंतजार करना पड़ता है।
जर्जर छत के नीचे शवदाह करने को लोग मजबूर इनकी हालत इतनी खराब है कि अंतिम संस्कार करने वाले लोगों के मन में भय बना रहता है। कि छत कही उनके ऊपर ना गिर जाये। खासकर बारिशों के दिनो में स्थिति दयनीय होती है। किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना घटित होने की आंशका बनी होती है।