*विभाग और ठेकेदार के आपसी खिंचा तानी के चलते करोडो की छिंदनार पेय जल आपूर्ति बंद पड़ी..
*जल संकट गहराया टेंकरो से पेय जल आपूर्ति के चलते सोशल डिस्टेंस पर लग रहा प्रश्न चिन्ह..?
*जनप्रतिनिधियो को कोई चिंता नहीं..?

दिनेश शर्मा:-गीदम,
गीदम;- छिंदनार पेय जल आपूर्ति जैसी अति महत्वपूर्ण योजना जिसके लिए स्थानीय लोंगो ने वर्षो संघर्ष किया.. बस्तर की जीवनदायनी इंद्रावती नदी से गीदम विकास खंड के हजारो लोंगो के सूखे कंठ को पानी के लिये मध्यप्रदेश से लगाकर छतीसगढ़ की सत्ता रूठ सरकारों के सामने स्थानीय लोंगो ने लगातार अपनी मांग रखी..ताकि क्षैत्र के लोंगो को भीषण जल संकट से निजात मिल सके..जनता की मांग तथा भीषण पेय जल संकट को देखते हुवे तत्कालीन रमन सरकार ने छिंदनार जल आपूर्ति परियोजना को मंजूरी दी… लगभग 100 करोड़ की इस योजना की स्वीकृति के बाद जल संकट से निजात मिलने की उम्मीद लोंगो में जगी उन्हें विश्वास हुवा की अब पेय जल जैसी भीषण समस्या से क्षैत्र को बहुत बडी राहत जल्द मिलेगी ..इस योजना के क्रियान्वय हेतु लोक यांत्रिक विभाग दन्तेवाड़ा को कार्य एजेंसी बनाया गया हालांकि बाद मे बदलकर योजना की जबाबदारी लोकयांत्रिक विभाग जगदलपुर को दे दी गई…परियोजना को पूरा होने में दो वर्ष लग गये.. इस निर्माण हुवे वाटर फिल्टर प्लांट योजना से क्षैत्र के छिंदनार, कासोली, रोजे, हीरानार, हारम जैसी ग्राम पंचायतों के साथ गीदम नगर तथा जावंगा पंचायत के हजारो लोंगो को जल आपूर्ति होनी है. योजना से ग्राम पंचायतों में पेय जल आपूर्ति पर आने वाले समस्त व्यय शासन स्तर से किया जाना है..! तथा नगरी व शहरी क्षैत्र में नगर पंचायत को सम्बंधित विभाग को जल पूर्ति के लिए राशि का भुगतान करने का प्रावधान है ..जिस पर नगरी प्रशासन व लोकयांत्रिक विभाग के बीच आपसी एग्रीमेंट शासन के निर्धारित माप दण्ड पर किया जाना है.. इस पेय जल योजना से अब क्षैत्र के लोंगों में बहुत बड़ी निराशा दिखने लगी है.. पिछले 6 माह पूर्व छिंदनार वाटर प्लांट से जावंगा तक जल आपूर्ति को लेकर ट्राई वेजेस पर पानी की सप्लाई की सभी टेस्टिंग किये जाने के बाद भी अब तक जल आपूर्ति प्रारम्भ नही हो सकी..? जबकि विभाग द्वारा ये दावा किया गया था की टेस्टिंग के एक माह बाद छिंदनार फिल्टर प्लांट से सभी ग्रामीण व शहरी क्षेत्रो में शुद्ध पेय जल की सप्लाई प्रारम्भ कर दी जायेगी.. विभाग के अधिकारियों के दावे के बाद ग्रामीण कस्बों सहित गीदम नगर के लोंगो को बड़ी उम्मीद थी की इस बार की भीषण गर्मी में उन्हें बड़ी राहत मिलेगी..! मगर उन सारी उम्मीदों पर अब तक पानी फिरता हुवा दिखाई दे रहा है..! जबकि जिले के एक ओर फिल्टर प्लांट योजना जो दन्तेवाड़ा की शंकनी नदी पर स्थापित होकर फिल्टर प्लांट से घुरली व नेरली जैसे क्षेत्रों में जल आपूर्ति पिछले एक वर्ष से हो रही है..मगर अफसोस है की छिंदनार जल आपूर्ति योजना आज भी अधर में पड़ी हुई दिखाई दे रही है.. इस योजना के निर्माण कर्ता ठेकेदार महामाया कांट्रेक्टर रायपुर तथा विभाग के मध्य कार्य की गुणवत्ता तथा भुगतान को लेकर आपसी खींचतान के चलते आज हजारो लोंगो भीषण गर्मी में उसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है..जिसकी चिन्ता शायद अब तक किसी को नही है.. इस करोडो की पेय जल योजना को लेकर स्थानीय जनप्रतिनिधि भी चुप्पी साधे हुवे नजर आ रहे है..किसी ने भी इस योजना के उधर में लटकने का कारण जानने की कोशिश आखिर क्यो नही की…? जबकि इस समय भीषण गर्मी में पानी की भारी किल्लत बढ़ने लगी है..! सबसे बड़ी बात यह है की देश मे कोरोना जैसे महामारी तथा लॉक डाउन के चलते पानी के टैंकरों से सप्लाई करने से टेंकरो आस पास बढ़ती भीड़ भी चिंता का विषय बनता दिख रहा है.. भीषण गर्मी के चलते लोंगो की पानी की जरूरत के कारण ऐसी स्थिति निर्मित हो रही है जो चिंता का विषय तो है..?? जबकि कोरोना महामारी की वजह सरकार द्वारा आम जनता से बार बार हाथ धोने की अपील की जा रही.. ऐसे में छिंदनार पेय जल आपूर्ति योजना के टेस्टिंग के महीनों बाद भी करोडो की योजना को जबरन बन्द कर रखना बेहद आश्चर्य के साथ दुखद विषय है..नगर पंचायत गीदम के मुख्य नगरपालिका अधिकारी ने चर्चा में दूरभाष पर बताया की छिंदनार जल आपूर्ति योजना की टेस्टिंग तो हुई है.. मगर सम्बंधित विभाग द्वारा नगर में जल आपूर्ति योजना सुचारू रूप से प्रारम्भ करने के बाद ही सम्बंधित विभाग से एग्रीमेंट किया जायेगा.. वर्तमान में नगर में जल संकट को देखते हुवे नगर पंचायत टेंकरो से सम्बंधित वार्डो में जल आपूर्ति कर रही है.. प्रश्न यह उठता है की छिंदनार से जांवगा तक सफल टेस्टिंग के बाद एक माह में सभी जगह जल आपूर्ति का दावा करने वाले आज 6 माह होने के बाद भी चुप्पी साधे क्यो बैठे है.. ?? गीदम सहित आस पास के ग्रामो में जल संकट गहराने लगा है.. ऐसे में शासन प्रशासन को कोरोना जैसे महामारी तथा सोशल डिस्टेंस का विशेष ध्यान रखने की हिदायतों पर भारी दिक्कत दिखाई पड़ती है.. आम लोंगो के दिक्कतों को ध्यान रखते हुवे तत्काल छिंदनार जल आपूर्ति को सुचारू रूप से प्रारम्भ करना चाहिए ताकि गीदम विकास खंड के ग्रामीण व शहरी जनता को पानी के लिए सड़कों व गलियों में टैंकर आगे पीछे भीड़ भाड़ न करनी पड़े..वही आम लोंगो में सोशल डिस्टेंस बना रहे..ताकि कोरोना जैसे महामारी का खतरा न पैदा हो…शासन प्रशासन को चाहिए की सारी औपचारिकता को शिथिल करते हुवे छिंदनार जल आपूर्ति योजना को तत्काल प्रारम्भ किया जाये..!ताकि जल संकट से लोंगो को निजात मिल सके ..शासन से अप्रेक्षा की जाती है की त्वरित कार्यवाही करें..!
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दिनेश शर्मा
की
कलम से