जिया न्यूज के समाचार का दिखा असर..
छिंदनार जल प्रदाय योजना का अधर में लटका निर्माण कार्य हुवा प्रारम्भ…!
15 दिनों में गीदम सहित ग्रामीण कस्बो को मिल सकेगा शुद्ध पानी..!

दिनेश शर्मा:-गीदम,
गीदम:-छिंदनार जल आपूर्ति योजना को लेकर मेरे पोस्ट के बाद विभागीय अधिकारियो व ठेकेदार के बीच गुणवत्ता और भुगतान को लेकर कसम कस पर तत्काल असर दिखा… स्थल के आस पास के ग्रामीणों ने दूरभाष पर सम्पर्क कर जानकारी दी की आपके पोस्ट के बादआज सुबह 5 बजे से ही ठेकेदार के आदमी व विभागीय अधिकारी स्थल पर पहुंचकर महीनों से पेंडिंग पड़े फिल्टर के कार्य को प्रारंभ कर दिया है..! इस महत्वपूर्ण परियोजना के निर्माण अवधि के अनुसार लगभग एक वर्ष विलम्बता होने के बाद भी विभागीय अधिकारी ठेकेदार के खिलाफ आखिर कार्यवाही से क्यो कतरा रहे थे..? क्या उन्हें इस पेजल योजना कामहत्व का पता नही है..? कितनी आवश्यकता है क्षैत्र में इस भीषण गर्मी में… इस बात की आखिर चिंता अब तक क्यो नही हुई विभाग के जबाबदारो को ..? नियम अनुसार विलंबता पर विभाग द्वारा ठेकेदार से पेनाल्टी राशि काटने का प्रावधान है। साथ ही अगर ठेकेदार द्वारा नियमो की लगातार अवेहलना करने पर उसे ब्लेक लिस्ट करने का प्रावधान है… तो फिर अब तक ये जबाबदार एसडीओ. ई ई किसका मुंह ताकते रहे..? उन्होने नियम का फॉलो क्यो नही किया..? ऐसे प्रश्न आज उठाना लाजमी भी है.. इस सम्बंध में जो जानकारी एकत्रित की गई उसके अनुसार सम्बंधित परियोजना के जबाबदार प्रोजेक्ट आफिस जगदलपुर में है ..जहां विभाग के वरिष्ठ अधिकारी मिस्टर कुमार जगलपुर प्रोजेक्ट कार्यालय के साथ बीजापुर जिले के लोकयांत्रिक स्वा0 सेवा के कार्यपालिन अधियन्ता के पद पर है..दो जिलों के महत्वपूर्ण जबाबदारी के चलते छिंदनार जैसी परियोजना पर अधिकारियों की विशेष रुचि शायद नहीं होना भी परियोजना के विलंबता का कारण हो सकता है.. ओर काफी कुछ सही भी जान पड़ता है. वरिष्ठ अधिकारियों ने छिंदनार जैसी परियोजना के प्रति गम्भीरता नहीं दिखाई.. जिसके चलते हजारो लोंगो को इन के लापरवाही के कारण परेशानी का सामना करना पड़ेगा…. सबसे बड़ी बात यह है की छिंदनार परियोजना पर विशेष रुचि अगर विभाग के आला अधिकारी लिए होते तो आज लॉक डाउन में लोंगो को भीषण गर्मी में टेंकरो के आस पास पानी के लिए दौड़ने की जरूरत नही होती..करोना जैसे महामारी में सोशल डिस्टेंस की आज सबसे बड़ी जरूरत है..मेरे द्वारा छिंदनार जल आपूर्ति योजना और आने वाले भीषण जल संकट के साथ लाँक डाउन ओर सोशल डिस्टेंस को लेकर चिंतनीय लेख वाली पोस्ट के बाद ही जबाबदारो की आँखे खुली..? इससे साफ है की प्रोजेक्ट के जबाब दार वरिष्ठ अधिकारी अपने कर्तव्यो का कितना ईमानदारी से पालन करते हुवे स्थानीय जनता के प्रति संवेदना रखते है.. देश पर कोरोना जैसे संकट के दौरान लॉक डाउन की स्थिति और उस पर सोशल डिस्टेंस रखने के कड़े निर्देश के उपरांत आम जनता से जुड़ी अति महत्वपूर्ण योजना को पेंडुलम की तरह एक साल से लटका रखा उन्हें जनता की चिंता आखिर अब तक क्यो नही थी.!जो घोर आश्चर्य की बात तो है ही…शासन प्रशासन से अप्रेक्षा है की इस ओर त्वरित कार्यवाही कर जल्द से जल्द पानी की आपूर्ति प्रारम्भ करे…