राहत के साथ बैक ओर दुकानों में उमड़ी भीड़..
सोशल डिस्टेन्स की खुली उपेक्षा..
जबाबदारो की उदासीनता के साथ लगा प्रश्न चिन्ह..


जिया न्यूज़:-दंतेवाड़ा/गीदम,
गीदम:-लाँक डाउन के बाद दी गई राहत के साथ गीदम नगर की दुकानों पर उमड़ती लगी ने सारे शर्तो पर पानी फेर दिया..सोशल डिस्टेन्स तो तार तार होता हुवा दिखा…नगर के बैंकों से लगाकर दुकानों तक उमड़ती भीड़ में सोशल डिस्टेन्स की खुली उपेक्षा होती दिखी..जहा आम नागरिक खुद लापरवाह दिखे तो वही पालन कराने वाले जबाबदार प्रशासनिक अधिकारी की भी कार्य प्रणाली में उदासिनता देखी गई..जबकि आज का दिन विशेष राहत का प्रथम दिवस था.. ओर प्रशासनिक अधिकारियों की अहम जबाबदारी भी थी…नगर में आज आवाजाही अन्य दिनों की अप्रेक्षा काफी ज्यादा दिखी.. ऐसी स्थिति में शासन के निर्देशों की खुली उपेक्षा चिंता का विषय जो था.. दुकानों में सुरक्षा के माप दण्ड तथा शासन के निर्देशों के बाद अधिकांश दुकानों के सामने आवश्यक व्यवस्था ग्राहकों के लिए नहीं की गई.. जिस पर विशेष निगरानी की आवश्यकता थी.. जबकि ऐसे समय मे तो जबाबदेह अधिकारियों की तो विशेष जबाबदारी बनती है की वो शाम 5 बजे तक नगर में अपनी विशेष जबाब दारी का निर्वहन बड़ी मुस्तैदी के साथ करे..देश मे कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बाद तो जबाबदारो को ओर भी सजग होकर अपने कर्तव्यो का पालन करना चाहिए..!जब लाँक डाउन में सरकार ने विशेष राहत कुछ अहम शर्तो के साथ दे दी है.. इसके चलते सड़को पर आम आदमियों की भीड़ बढ़ने लगी हो..? ऐसे में अगर स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी सजग और मुस्तैदी से नगर की हालत पर पैनी नजर नही रखी तो हालात और बत्तर हो सकती है..!आदिवासी बाहुल्य क्षैत्र होने के चलते स्थिति को संभालना जबाबदारो की अहम जबाबदारी भी है..!जिस पर कड़ाई से उन्हें शासन के निर्देशों का पालन करना और कराना होगा.. आज बैंकों के सामने ओर दुकानों में जो आलम दिखा गया वो बेहद चिंता का विषय है..!वही जबाबदारो की पर भी प्रश्न चिन्ह लगता हुवा प्रतीत होता है..