कोरोना की तालाबंदी और मौसम की दोहरी मार
जिले के अन्न दाता व शिल्पी झेलने को मजबूर

रिपोर्टर-:बब्बी शर्मा,
कोण्डागांव:-भारतीय जनता पार्टी द्वारा जिला मुख्यालय में पूर्व मंत्री लता उसेंडी ने पत्रकार वार्ता आयोजित कर कहा कि कोंडागाँव जिले में पिछले कुछ दिनों से लगातार आधी तूफान आ रहा है,क्षेत्र के सब्जी उत्पादक किसानों द्वारा लगायी गयी सब्जियों, मक्का आदि की पैदावार खराब हो गयी हैं,जिसको लेकर शासन प्रशासन मौन धारण किये हुए है,मक्का की बम्फर पैदावार जिले में हो रही है परंतु शासकीय दर पर मक्का की खरीदी नही होने की वजह से किसान औने -पौने दामो पर स्थानीय दलालों को मक्का बेचने में मजबूर हैं,जिससे उनकी लागत भी नही निकल रही।
कोंडागाँव जिले की इमली की माँग राष्ट्रीय स्तर पर है. इमली की भरपूर मात्रा में पैदावार होने के बाद इमली की ख़रीदी वन विभाग के माध्यय समूहों द्वारा की जा रही है जिस मेंं अनिमियता बरती जा रही है जिस वजह से ग्रमीणों को इमली का उचित मूल्य नही मिल पा रहा है। प्रशासन द्वारा इसकी जांच होनी चाहिए।
इसके अलावा छत्तीसगढ़ सरकार मनरेगा में बहुत वाहवाही लूट रही है जबकि इसके उलट कोंडागाँव जिले में अलग मामले आ रहे हैं, अधिकांश जगहों में तो मनरेगा कार्य ग्राम के रसूखदार लोगों की मशीनों द्वारा किया जा रहा है जिसकी जांच गंभीरता से होनी चाहिए।
कला की कोई कीमत नही होती है,कोंडागाँव जिला शिल्प कला के लिए देश विदेश में प्रख्यात है आज शिल्पियों के कई परिवार कोंडागाँव में रहते हैं जिनके पास शिल्पकारी के अतिरिक्त और कोई आजीविका का साधन नही है और जिनके समान देश विदेश में बहुतायत से बिकते हैं परंतु इस कोरोना की वजह से लंबे समय से उनके कार्य प्रभावित हो रहे हैं . वजह से प्रशासन को शिल्पियों के रोजगार के लेकर चिंतन करना चाहिए।
इस मौके पर जिलाध्यक्ष दीपेश अरोरा,गोपाल दीक्षित,संतोष पात्रे,प्रतोष त्रिपाठी,दिलावर कपाड़िया आदि उपस्थित थे।