अरनपुर क़वारेंटाइन सेंटर की जिम्मेदारी अब सीआरपीएफ 111 वी बटालियन ने ली ।
क़वारेंटाइन सेंटर से 23 मजदूर हो गए थे फरार।
तलाश कर फरार ग्रामीणों को होम क़वारें टाइन किया गया।


जिया न्यूज़:-दंतेवाड़ा,
दंतेवाड़ा जिला के नक्सल प्रभावित छेत्र अरनपुर स्तिथ बालक आश्रम को क्वारें टाइन सेंटर बनाया गया है ।आसपास गांव के 46 ग्रामीण जो आंध्र प्रदेश से मजदूरी कर वापस लौटे है उन्हें क़वारें टाइन किया गया था पर मौका पाकर 23 ग्रामीण नहाडी गांव के फरार हो गए थे । हालांकि 3 दिनों बाद ग्राम सचिव और स्वास्थ्य अमले ने गांव पहुचकर फरार ग्रामीणों की तलाश कर उन्हें होम क्वारेंटाइन कर दिया गया ।
अब अरनपुर क्वारेंटाइन सेंटर की जिम्मेदारी सीआरपीएफ 111 वी बटालियन ने ली है ।
सीआरपीएफ अब क्वारेंटाइन सेंटर में ग्रामीणों की देख रेख करेगी और उनका ख्याल रखेगी ताकि अब सेंटर से कोई फरार न हो सके ।
सीआरपीएफ के अधिकारियों ने क़वारेंटाइन सेंटर पहुचकर ग्रामीणों को कोरोना संक्रमण की जानकारी देते उन्हें कैसे अपने आप को इस वायरस से बचाना है और इसके रोकथाम के उपाय ग्रामीणों को बताए।
सीआरपीएफ के जवानों ने बालक आश्रम के क्वारेंटाइन सेंटर को सैनीटाइज भी किया और आश्रम अधिछक को सैनीटाइजर स्प्रे मशीन भी दिया ताकि क़वारें टाइन सेंटर को सैनी टाइज किया जा सके ।
सीआरपीएफ ने क़वारेंटाइन ग्रामीण एवं आसपास के ग्रामीणों को राहत सामग्री का वितरण भी किया गया ।
मास्क , सैनिटाइजर, खाद्य पदार्थ, साबुन ,बिस्किट एवं अन्य राहत सामग्री को वितरण किया गया।
राहत सामग्री मिलने से ग्रामीणों में खुशी देखी गई और ग्रामीणों ने सीआरपीएफ का आभार प्रकट किया।
सीआरपीएफ एक सौ ग्यारहवीं बटालियन के उप कमांडेंट विकास कुमार सिंह ने मजदूरी कर वापस आए क़वारें टाइन लोगों को क्वारेंटाइन का महत्व बताते कोरोना की रोकथाम के बारे में समझाया एवं किसी भी तरह की कोई जरूरत परेशानी होने पर उन्हें दूर करने का आश्वासन भी दिया ।
111 वीं बटालियन के सहायक कमांडेंट अमित सिंह ,अविनाश कुमार सहायक कमांडेंट एवं विजय कुमार निरीक्षक मुख्य तौर पर आयोजन में उपस्थित रहे ।