तेंदूपत्ता श्रमिकों के पारिश्रमिक का भुगतान नगद न कर बैंकों के माध्यम से करने के निर्णय पर चिंता जाहिर की
बीजापुर जिला पंचायत सदस्य बसंत राव ताटी ने तर्कसंगत सुझाव देते हुए तेंदूपत्ता श्रमिकों के पारिश्रमिक का नगद भुगतान कराने की मांग जिला कलेक्टर से की है


बी महेश राव:-बीजापुर-भोपालपट्टनम
श्री ताटी ने बैंकों के माध्यम से पारिश्रमिक प्राप्त करने में श्रमिकों को होने वाली परेशानियों की ओर शासन प्रशासन का ध्यानाकर्षण कराते हुए कहा कि बीजापुर जिला में कुल 54000 तेंदूपत्ता श्रमिक है इसमें से मात्र लगभग 15000 ही ऐसे श्रमिक हैं जिनका जिले के विभिन्न बैंकों में स्वयं का जीवित खाता है शेष श्रमिकों ने आज पर्यंत जिले के बैंकों में अपना खाता खोला ही नहीं है श्री ताटी का कहना है कि बीजापुर जिला क्षेत्रफल की दृष्टिकोण से बहुत बड़ा होने के साथ साथ यहां की भौगोलिक परिस्थितियां भी श्रमिकों के आवागमन के अनुकूल नहीं है संपूर्ण जिले में मात्र 10 बैंक स्थापित है यदि बैंकों के माध्यम से तेंदूपत्ता श्रमिकों को पारिश्रमिक का भुगतान किया जाता है तो बहुत कम ही ऐसे हितग्राही होंगे जो लोग तेंदूपत्ता पारिश्रमिक प्राप्त करने बैंक तक पहुंच पाएंगे
श्री ताटी ने कहा कि देश में लागू धारा 144 एवं लॉकडाउन के चलते भी सुदूर अंचल से तेंदूपत्ता श्रमिकों को बैंक तक पहुंचने में काफी असुविधाओं का सामना करना पड़ेगा जिला पंचायत सदस्य श्री ताटी का यह भी मानना है की विश्वव्यापी कोरोना वायरस के चलते सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनना एवं सामाजिक दूरी बनाए रखना भी हम सबकी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है लेकिन इतनी बड़ी संख्या में बैंक पहुंचे तेंदूपत्ता श्रमिकों को पारिश्रमिक प्राप्त करते वक्त कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाना भी शासन प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगा
श्री ताटी ने इन विपरीत परिस्थितियों में तेंदूपत्ता श्रमिकों के हितों के प्रति गंभीरता से विचार करते हुए इनका पारिश्रमिक का भुगतान बैंकों के माध्यम से न कराते हुए नगद कराने की मांग की है