आठ लाख के इनामी माओवादी प्रदीप उर्फ भीमा कुंजाम ने किया आत्मसमर्पण
तीस जवानों की हत्या में रहा है शामिल

जिया न्यूज़:-दंतेवाडा,
दंतेवाड़ा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत प्लाटून नंबर 24 का डिप्टी कमांडर प्रदीप उर्फ भीमा कुंजाम पिता हुर्रा कुंजाम उम्र 25 वर्ष निवासी जबेली थाना अरनपुर द्वारा माओवादियों की खोखली विचारधारा से तंग आकर व छत्तीसगढ़ शासन के पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर समाज की मुख्यधारा से जुड़ कर विकास में सहयोग करने की इच्छा व्यक्त करते हुए पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा डॉ अभिषेक पल्लव एवं उप पुलिस महानिरीक्षक सीआरपीएफ डी एन लाल के समक्ष आत्मसमर्पण किया। इसमें अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा राजेंद्र जायसवाल पुलिस अनुविभागीय अधिकारी देवांस राठौर थाना अरनपुर प्रभारी पुरुषोत्तम ध्रुव एवं सीआरपीएफ कैंप आरनपुर व कोंडापारा के सहायक सेनानी रणधीर प्रताप एवं विनय कुमार सिंह का आत्मसमर्पण कराने में अहम योगदान रहा। छत्तीसगढ़ शासन की पुनर्वास नीति के तहत आत्मसर्पण करने पर उसे दस हजार रुपये दिये गये। आत्मसमर्पित नक्सली विभिन्न पुलिस विरोधी गतिविधियों में शामिल था। एवं 30 जवानों की हत्या में शामिल रहा है। आत्मसमर्पित नक्सली माओवादी संगठन में 2008 में भर्ती होकर मलंगिर एलओएस सदस्य के रूप में सक्रिय रहा व वर्ष 2009 में ट्रांसफर कटेकल्याण एरिया में हुआ। उसके पश्चात वह 2010 से 2013 तक गणेश उइके के साथ डीवीसी दलम में कार्यरत था। गणेश के पश्चिम बस्तर जाने के बाद एस जेड सी के साथ काम कर रहा था।और उसने माड डिवीजन व बटालियन में बड़े माओवादियों के द्वारा रेडियो, वायरलेस सेट खोलना, जोड़ना रिपेयरिंग करना, मोबाइल मैसेजिंग, की ट्रेनिंग लिया था। वर्ष 2017 में संगठन के बड़े माओवादियों द्वारा उसे प्लाटून नम्बर 24 का डिप्टी कमांडर बनाया गया। प्लाटून नम्बर 24 के डिप्टी कमांडर के ऊपर शासन की इनाम पालिसी योजना के तहत आठ लाख रुपये का इनाम घोषित है।