विश्व महिला दिवस पर क्लैक्टर ने स्वचछता दीदीयों के साथ सुनी लोकवाणी.

रिपोर्टर-विश्व प्रकाश शर्मा कोंडागांव
महिलाओं का बेहतर स्वास्थ्य एवं स्वरोजगार शासन की सर्वोच्च नीति"
महिला दिवस पर स्वच्छता दीदियों के साथ बैठ कर कलेक्टर ने मुख्यमंत्री का लोकवाणी कार्यक्रम सुना,नगर पालिका सभाभवन में लोकवाणी श्रवण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था.
प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मासिक रेडियो वार्ता लोकवाणी’ की 8वीं कड़ी का प्रसारण हुआ.उल्लेखनीय है कि महिला दिवस के उपलक्ष्य मे इस बार लोकवाणी का विषय महिलाओं को बराबरी के अवसर पर आधारित था। रेडियोवार्ता की शुरूवात मे माननीय मुख्यमंत्री ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस एव होली पर्व की शुभकामनाओ के साथ किया। इसके साथ ही उन्होने भक्तमाता कर्मा जयंती एवं वीरांगना रानी अवन्ती बाई लोधी का भी स्मरण करते हुए उनके पराक्रम बलिदान को भी नमन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मातृ-शक्ति के बिना इस संसार की कल्पना नहीं की जा सकती। हमारे छत्तीसगढ़ में तो देवी को अपने हर स्वरूप में मां माना जाता है। दन्तेवाड़ा में मां दन्तेश्वरी, डोंगरगढ़ में माँ बम्लेश्वरी, रतनपुर में माँ महामाया, चन्द्रपुर में माँ चन्द्रहासिनी के शक्तिपीठ और हर गांव-हर शहर में कोई न कोई लोक आस्था केन्द्र है। जिनके आशीर्वाद से हम तरक्की करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के आगे बढ़ने के रास्ते में जो बाधाएँ हैं, उनके ऐतिहासिक, परम्परागत, सामाजिक, भौगोलिक कारण और प्रतिगामी मनोवृति भी है। आजादी की लड़ाई में महिलाओं ने पुरूषों के कंधे से कंधा मिलाकर संघर्ष किया था, जो ऐतिहासिक और परम्परागत कारण रहे हैं, उसका समाधान भारत की आजादी और संविधान निर्माण के साथ हो गया था। लेकिन मनोवृति बदलने के लिए सामाजिक जागरण की जरूरत पड़ती है। विगत 7 दशकों में महिलाओं को अधिकार देकर बहुत बड़े अंतर को पाट दिया है। विगत सवा साल से छतीसगढ़ सरकार ने महिलाओं के सम्मान को अधिकार देकर मजबूत किया है। महिला सम्मान को उनके अधिकारों और स्वावलंबन से जोड़ने की रणनीति अपनाई गई है।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि अन्य जिलों में स्थानीय स्तर पर महिला स्व-सहायता समूह, वो चाहे गौठान से जुड़े हों या किसी अन्य कार्य से, उनके द्वारा निर्मित सामग्री के विपणन के लिए जिला प्रशासन पूरा सहयोग करेगा। सरकार की विभिन्न संस्थाओं, स्कूल, छात्रावास या अन्य शासकीय विभागों में जरूरत के अनुसार खरीदी में ऐसे समूहों को पूरी प्राथमिकता मिलेगी। ‘‘एक दुकान-सब्बो सामान’’ के नवाचार से ग्रामीण महिलाओं को समृद्धि और खुशहाली का नया रास्ता मिला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नारी का जीवन अपने परिवार की सारी आवश्यकताओं के लिए समर्पित रहता है। नारी को अन्नपूर्णा भी कहा जाता है, यदि माँ कुपोषित, एनीमिया की शिकार रहेगी तो उनके शिशु की सेहत कैसे अच्छी रहेगी और इस तरह तो पूरी पीढ़ी जन्मजात कमजोर हो जाएगी। इसलिए हमने कुपोषण को सबसे बड़ी हिंसा, नक्सलवादी और आतंकवादी हमलों से ज्यादा नुकसानदायक माना है। मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान 2 अक्टूबर 2019 अर्थात गांधी जयंती के दिन से प्रदेश के सभी जिलों में शुरू किया गया। इसके अन्तर्गत जन्म से 5 वर्ष तक के बच्चों को तथा 15 से 49 वर्ष तक की महिलाओं को खून की कमी और कुपोषण की समस्या से उबारने का लक्ष्य रखा गया है। वर्तमान में साढ़े पाँच लाख हितग्राहियों को अतिरिक्त पोषण आहार, गर्म भोजन दिया जा रहा है। इसके अलावा पूरक पोषण आहार कार्यक्रम, महतारी जतन योजना, पोषण आहार योजना का संचालन भी किया जा रहा है। इस तरह 30 लाख से अधिक हितग्राहियों को विभिन्न पोषण योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। इसमें गर्भवती भी हैं, शिशुवती भी हैं तथा अन्य आवश्यकताओं वाली बहनें भी हैं।
मुख्यमंत्री ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए राज्य सरकार द्वारा लागू की गई योजनाओं की जानकारी देते हुए कहा प्रदेश मे महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष जोर दिया जा रहा है इसके तहत् महिला हेल्प लाइन-181, सखी वन स्टॉप सेन्टर, महिला-पुलिस स्वयंसेविका योजना, महिला जागृति शिविर, स्व-आधार योजना, उज्ज्वला गृह योजना, कामकाजी महिला हॉस्टल योजना, महिला शक्तिकेन्द्र योजना आदि सुरक्षा तथा सहयोग के लिए काम कर रहीं हैं। प्रदेश के 374 थानों में महिला डेस्क स्थापित की जा चुकी हैं तथा 8 जिलों में महिला विरूद्ध अपराध विवेचना इकाई भी संचालित की जा रही है। 4 हजार 255 सार्वजनिक स्थानों पर सी.सी.टी.वी. कैमरे स्थापित किए गए हैं। महिलाओं से संबंधित अपराधों की विवेचना के लिए 6 जिलों में आई.यू.सी.ए.डब्ल्यू. का गठन किया गया है। चार जिलों में महिला थाने स्थापित किए गए हैं। इसके अतिरिक्त पारिवारिक विवाद एवं महिला उत्पीड़न से संबंधित प्रकरणों के लिए महिला परामर्श केन्द्र, महिला पुलिस वालंटीयर्स तथा बालिका आश्रम व छात्रावास में सुरक्षा हेतु महिला होमगार्ड की तैनाती की गई है। अपराध से पीड़ित महिलाओं के लिए क्षतिपूर्ति राशि का प्रावधान किया गया है।
ज्ञात हो कि मुख्यमंत्री की उक्त मासिक रेडियोवार्ता श्रवण के लिए स्थानीय नगर पालिका भवन परिसर मे विशेष व्यवस्था की गई थी इस दौरान कलेक्टर नीलकण्ठ टीकाम सहित सीएमओ सुरज सिदार, बिरजू नाग, संतोष साहू, बाबा भटट् एवं स्वच्छता समुह से जुड़ी महिलायें (दीदियाँ) उपस्थित थी।