मोचो बॉडी योजना को बंद करवाने के पीछे क्या था कारण
क्या जिला प्रशासन कुछ चंद ठेकेदारों के लिये ही इस योजना कि शुरुआत की थी
डीएमएफ मद योजना से चालू कि गई योजना को जिला प्रशासन ने भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा दियाा।

सुभाष यादव:-दंतेवाड़ा,
दंतेवाड़ा- राज्य शासन के द्वारा मोचो बाड़ी योजना की शुरुआत कि गई थी। इस योजना से कई किसानों को लाभ हुवा। इनकी आर्थिक स्थिति में बदलाव हुवा, राज्य शासन के इस योजना से नक्सलवाद की ओर अपनी कृषक भूमि को छोड़कर जा रहे किसानों को लाभ मिला। उन्हें राज्य शासन ने पृष्ठ भूमि की ओर आकर्षित करने के लिए तैयार किया गया था। जिससे किसानों के द्वारा फसलों का अधिक- से अधिक उत्पादन किया जा सके। जिससे हमारे किसान भाई अपने परिवार का पालन- पोषण कर सके।
आज हमारे किसान आत्महत्या कर रहे है। चाहे वो गुजरात, महाराष्ट, मध्यप्रदेश, ऐसे अन्य राज्य है। जहाँ किसानों ने आत्महत्या की है। हमारे राज्य शासन एवं डीएमएफ , मद से किसानों के हित के लिए इस योजना का आयोजन किया गया था। परंतु पूर्व कलेक्टर के द्वारा अन्य योजनाओं को बन्द करवाया गया।
जब शासन-प्रशासन के द्वारा किसानों के हितों में इस योजनाओं का लाभ मिल रहा था। तो जिला प्रशासन ने इस योजना को बन्द क्यो करवाया। क्या शासन नही चाहती कि दक्षिण बस्तर नक्सली क्षेत्र में आदिवासी का भला हो।