राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होगी जिले की पहली
अंग्रेजी माध्यम शाला कौशलयुक्त शिक्षकों की होगी नियुक्ति

जिया न्यूज़-बब्बी शर्मा:-कोण्डागांव,
कोंडागांव:-बच्चो के चहुमुखी विकास के लिए रणनीति बनाने के लिए कलेक्टर ने जिला शिक्षा अधिकारी, मिशन समन्वयक एवं अंग्रेजी माध्यम शाला के प्राचार्य के साथ समीक्षा बैठक की।
जुलाई२०२०में प्रारम्भ होने वाले शैक्षणिक सत्र में छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजनान्तर्गत प्रत्येक जिले मे एक सर्वसुविधायुक्त अंग्रेजी माध्यम के सरकारी स्कूल की स्थापना की जानी है जिसके अंतर्गत कोण्डागांव जिले मे भी शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भवन (जामकोटपारा) का चयन कर इस मेंं सर्वसुविधाओं का विकास करने के लिये कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा ने जिला शिक्षा अधिकारी, मिशन समन्वयक व स्कूल के प्राचार्य की बैठक हुई,इस बैठक मेंं बताया गया कि स्कूल मे सर्वप्रथम आधारभूत अधोसंरचना से लेकर बच्चो की मानसिक, शारीरिक क्षमताओं को भी विकसित करने का प्रयास किया जायेगा. इस संबध मे जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि जिले मे सरकारी अंग्रेजी माध्यम स्कूल को राष्ट्रस्तरीय सुविधाओं से युक्त किया जाना हमारी प्राथमिकता है इसके लिए नगरीय क्षेत्र मेंं न्यूनतम उपस्थिति वाली शाला भवन का चयन कर यहां आधारभूत संरचना स्तर पर सर्वप्रथम बदलाव किये गये हैंं जिसमे नवीन भवनो के निर्माण के साथ नवीन प्रयोग शाला भवन एवं मैदानो के उन्नयन का कार्य प्रगति पर है।
अंगे्रजी माध्यम के कौषल युक्त शिक्षको की होगी नियुक्ति नवीन अंग्रेजी माध्यम स्कूल मे पूर्णत अंग्रेजी माध्यम से अपनी शिक्षा पूर्ण किये हुए जिले के अन्य विद्यालयो मे कार्यरत शिक्षको की ही इस शाला मे शिक्षण हेतु नियुक्त किया गया है। इन शिक्षको को शिक्षण कार्य के अतिरिक्त विभिन्न कौशल कार्यक्रमो से जुड़े होने को भी नियुक्ति मे विषेशतः ध्यान दिया गया है.स्कूल मे शिक्षक ना केवल विषयीक ज्ञान अपितु प्रायोगिक ज्ञान भी प्रदान करना होगा। इसके लिए उन्हे प्रायोगिक रूप से विभिन्न विषयो को अधिक रूचिकर तरीके से पढ़ाने के लिए सघन प्रशिक्षण दिया जावेगा।
डिजिटल कक्षाओं से बस्तो के बोझ से मुक्त होगा बचपन
इस शाला मे डिजिटल लर्निगं एवं स्मार्ट कक्षायें बनाई जा रही हैं जहां बच्चा अपनी समस्याओं के निराकरण के लिए डिजिटल माध्यम का भी प्रयोग कर सकेगा। यहां प्रवेश लेने वाले बच्चो को निःशुल्क पाठ्य पुस्तके एवं नोटबुक के दो सेट प्रदान किये जायेंगे। जिनमे से एक सेट बच्चे को स्कूल मे तथा दूसरा सेट उसे घर पर ही रखना होगा जिससे बच्चो के नाजुक बचपन पर पड़ने वाले अनावश्यक बस्तो के बोझ से वह मुक्त हो जायेगा। इस शाला मे प्रत्येक कक्षा के बच्चो को चार अलग अलग भागो मे विभक्त किया जायेगा। जिससे एक प्रतिस्पर्धी माहौल बनाया जा सके।
बच्चो की मानसिक एवं शारीरिक दक्षता बढ़ाने पर होगा विषेष जोर
शाला मे एक ओर जहां बच्चो की वैज्ञानिक तार्किकता, दार्षनिक विचारो, संगीत शिक्षा एवं नैतिक षिक्षा के द्वारा बच्चे की मानसिक योग्यता बढाने के लिए प्रयास होगा वहीं दूसरी ओर खेल, शिक्षा, नृत्य कौशल के विकास के द्वारा बच्चे के शारीरिक विकास को भी सुनिश्चित किया जायेगा. इसके लिए शाला मे कम्प्यूटर लेब, रोबोटिक्स लेब, मैथ्स लेब, सांइस जोन, अंग्रेज़ी शिक्षण क्लब, मल्टीमिडीया क्लासरूम, म्यूजिक रूम, भौतिकी लेब, रासायन लेब, जियोग्राफी लेब, कम्पोजिट सांइस लेब, विस्तरीत लाइबे्ररी की सुविधा प्रदान की जोयगी। सभी लेबो मे अत्याधुनिक प्रयोगशाला उपकरणो को रखा जायेगां। शाला मे इन्डोर खेल जैसे टेबन टेनिस, कैरम,चैस, ज्यूडो जैसे खेलो के साथ आउट डोर खेलो मे बास्केटबाल, बाॅलीवाल, फुटबाल जैसे खेलो के लिए उन्नत मैदानो का विकास किया जायेगा।
बच्चो की तारकीक क्षमता से अधिक मानसिक क्षमता पर जोर देते हुए प्रत्येक 25 बच्चो पर एक मेन्टर नियुक्त किया जायेगा जो मासिक रूप से बच्चो की गतिविधियो का मूल्यांकन करेगा। ऐसे छात्र जिनकी कार्य कुशलता मे गिरावट हुई है उस छात्र से परस्पर बाते कर उसकी व्यक्तिगत परेशानियों को जानना एवं उस छात्र को अधिक कुशल रूप से पढ़ाई करने के लिए प्रेरित करना भी मेन्टर की जिम्मेदारी होगी। स्कूल मे साप्ताहिक रूप से परीक्षायें आयोजित होंगी जो बच्चो को प्रतियोगी परिक्षाओं के लिए तैयार करेंगी। पहली से दूसरी तक के बच्चो को खेल खेल मे पढ़ाया जायेगा। तीसरी से पांचवी तक उन्हे भावनायें व्यक्त करने हेतु अंग्रेजी के प्रयोग को सिखाया जायेगा। छठवीं से आंठवी तक के बच्चो को सामाजिक व्यवहार के साथ ढलने के साथ आस पास के वातावरण से भी अवगत कराया जायेगा। नवमी से बारहवीं तक के बच्चो मे प्रतिस्पर्धी तार्किकता एवं कौशल विकास पर विषेश जोर दिया जायेगा। स्कूल मे निरंतर बच्चो के मानसिक, सामाजिक, शारीरिक, समन्वयात्मक एवं स्वास्थ्यगत मानको को निर्धारिक कर उसके अधार पर उनकी प्रगति जांची जायेगी साथ ही समय-समय पर औद्यौगिक प्रतिष्ठानो, पर्यटन एवं ऐतिहासिक महत्व के स्थलो के टूर द्वारा उन्हे व्यवहारिक ज्ञान प्रदान किया जायेगा। *15 जुलाई तक पंजीयन किये जा सकते है* मिशन समन्वयक ने बताया अंग्रेजी शाला मे बच्चो के प्रवेश हेतु 15 जुलाई तक पंजीयन का कार्य पूर्ण कर लिया जायेगा। यहां प्रवेश पूर्णतः निःशुल्क होगा। स्कूल शासन द्वारा निर्धारित आगामी तिथि को प्रारंभ होगा जबकि 15 जुलाई से वर्चूअल क्लासेस प्रारंभ हो जायंेंगी। यहां पहली से आंठवी तक प्रवेश लाॅटरी, नवमी से तक बारहवीं तक प्रवेश प्राविण्यता सूची के अनुसार होगा। प्रवेश लेने वाले बच्चे के परिजनो को वर्चूअल क्लासेस मे बच्चे की उपस्थिति सुनिश्चित करनी होगी। इन कक्षाओं मे बच्चे की अनुपस्थिति अधिक होने पर प्रवेष निरस्त कर दिया जावेगा।
इस सबंध मे कलेक्टर ने कहा कि जिले के अन्य अंग्रेजी माध्यक स्कूलो अधिक दक्षता एवं सर्वसुविधायुक्त स्मार्ट क्लासेस का निर्माण इस स्कूल मे किया गया है जहां बच्चो के विकास के सभी पहलूओं पर विषेश ध्यान दिया जायेगा।