बारसूर से बिछड़े सोलापुर में जा के मिले
दो वर्ष से गुम राजेन्द्र नाग को पुलिस ने महाराष्ट्र से वापस लाकर परिजनों को सौंपा
दंतेवाड़ा पुलिस ने कायम की मिसाल
जिया न्यूज़:-दंतेवाड़ा/गीदम,

गीदम:-बारसूर थाना क्षेत्र के ग्राम मुचनार के राजेंद्र कुमार नाग पिता भादूराम नाग जाति तेलगा उम्र 20 वर्ष ग्राम मुचनार थाना बारसूर जो वर्ष 2018 में माता-पिता द्वारा मोबाइल नहीं खरीदने की बात को लेकर घर वालों से वाद-विवाद कर दिनांक 23 मई 2018 को बिना किसी को बताये कहीं चला गया था। प्रार्थी भदुराम नाग के द्वारा दिनांक 29 मई 2018 को थाना बारसूर में रिपोर्ट दर्ज करायी गयी। जिस पर थाना बारसूर में गुम इंसान क्रमांक 01/2018 कायम कर गुम इंसान का बारसूर पुलिस द्वारा आसपास एवं राज्य में तथा दीगर राज्यों में लगातार तलाश की गयी। इस दौरान दिनांक 6 अप्रैल 2020 को सोलापुर महाराष्ट्र निवासी सनत बागमारे द्वारा थाना प्रभारी बारसूर को फोन के माध्यम से गुम इंसान के बारे में जानकारी दी गयी। थाना प्रभारी द्वारा वीडियो कॉलिंग कराकर इसकी पड़ताल करने पर थाना बानसूर में दर्ज गुम इंसान राजेंद्र होना पाया गया। तत्पश्चात गुम इंसान के माता-पिता को सूचना देकर बारसूर पुलिस द्वारा गुम इंसान राजेंद्र नाग से वीडियो कॉलिंग से संपर्क करवाया गया। कोरोना महामारी के चलते तत्काल उसको नहीं लाया गया। महाराष्ट्र निवासी सनत बागमारे को अपने पास रखने की समझाइश दी गयी। एवं हर 15 दिन में बारसूर पुलिस द्वारा मोबाइल फोन से गुम इंसान से बातचीत किया जाता रहा। पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा डॉ अभिषेक पल्लव अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेंद्र जायसवाल एवं अनुविभागीय अधिकारी चंद्रकांत गवर्णा के निर्देशन में वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा अनुमति पश्चात गुम इंसान की तलाश हेतु थाना बारसूर से 30 जून 2020 को थाना बारसूर से उप निरीक्षक सुनील जैन प्रधान आरक्षक पी मलैया को रवाना किया गया। गुम इंसान राजेंद्र नाग को न्यू तीरेगांव चांदनी चौक फॉरेस्ट कॉलोनी सोलापुर शहर महाराष्ट्र से वापस लाकर 4 जुलाई को उसके परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया। गुम इंसान से पूछने पर उसने बताया कि इन 2 वर्षों में वह बारसूर से हैदराबाद पहुंचकर वहां वह बोरवेल गाड़ी में काम करता था। उसके बाद वह मुंबई पहुंच कर मछली दुकान में मजदूरी करता था। उसके बाद वहां से न्यू दिल्ली पहुंचकर बर्तन धोने का काम कर रहा था। उसके बाद वहां से सिकंदराबाद पहुंचकर भीख मांगकर खाना फिर वहां से सोलापुर महाराष्ट्र पहुंचकर सनत बागमरे के यहां पानी सप्लाई का काम करता था। राजेन्द्र नाग के घर वापस आने पर घर मे खुशी का माहौल है। और परिवार वालों ने पुलिस के प्रति आभार व्यक्त किया है।