जिले के युवा जिलाधीश के मार्गदर्शन में हो रहा
कोंंण्डागांव के अनबुझे पर्यटन क्षेत्र का विकास

जिया न्यूज़:-बब्बी शर्मा-कोंंण्डागांव,
कोंंण्डागांव:-विगत दो जुलाई गुरुवार को जिले के कलेक्टर पुष्पेन्द्र कुमार मीणा द्वारा केशकाल विकासखण्ड एवं विश्रामपुरी विकासखण्ड क्षेत्र के ग्राम पंचायतो का आकस्मिक दौरा किया गया, इस क्रम मे उन्होने क्षेत्र मे वनोपज संग्रहण की स्थिति, समूहो द्वारा किये जा रहे रोजगार पूरक कार्य, विभिन्न स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा रेपिड मलेरिया टेस्ट प्रक्रिया को भी देखा अपने निरीक्षण प्रवास में कलेक्टर ने सर्वप्रथम विकासखण्ड केशकाल के ग्राम खालेमुरवेण्ड के समीप प्रस्तावित निर्माणाधीन ’लीमधारा’ रिसोर्ट के कार्य के प्रगति के बारे मे जानकारी ली। ज्ञातव्य है कि ग्राम खालेमुरवेण्ड के समीप बहने वाली नदी ’लीमधारा’ द्वारा प्राकृतिक रूप बनाये गये टापूओं पर जिला प्रशासन ने एक भव्य सांस्कृतिक धरोहर का निर्माण करते हुए पर्यटन स्थल रूप मेंं विकसित कर एक रिसोर्ट, नौकायन तट, व्यू पाईंट बनाने कि कार्ययोजना बनाई गई है। जिस का कार्य भी शुरू हो गया है।

प्रशासन की माने तो यह रिसोर्ट स्थानीय आदिम संस्कृति को प्रर्दशित करने वाला पर्यटन स्थल का परिचायक होगा। चूंकि नदी के अनेक टापूओं पर विभिन्न प्रजातियों के पक्षियों की भी बहुतायत है साथ ही यहां आसपास के जंगलो में हिरण, बारहसिंगा, चिता, भालू आदि जंगली जानवरो का भी प्राकृतिक आवास है। अतः उनका संरक्षण करते हुए लघु पशु एवं पक्षी अभ्यारण का भी रूप दिया जा सकता है ताकि प्रकृति और पक्षी प्रेमी पर्यटक उनका नजदीक से अवलोकन कर सके। मौके पर कलेक्टर ने नदी जल के भराव क्षेत्र एवं बांध स्ट्रक्चर के कार्यो के संबध मे विभिन्न निर्देश भी दिये।

ग्राम कोंगेरा में ग्रामीण के घर पंहुचकर कलेक्टर ने देखा मलेरिया रेपिड टेस्ट इस दौरान कलेक्टर ने विकासखण्ड विश्रामपुरी (बड़ेराजपुर) के ग्राम कोंगेरा पंहुचे। जहां उन्होने स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा ग्रामीणो के घर-घर जाकर किये जा रहे मलेरिया रेपिड टेस्ट प्रक्रिया की जानकारी ली। मौके पर स्वयं कलेक्टर ने एक स्थानीय ग्रामीण के घर जाकर एएनएम मितानीनो द्वारा किये जा रहे परीक्षण को देखा और टीम को निर्देशित करते हुए कहा कि मलेरिया टेस्ट की संबंध मे किसी भी प्रकार की कोताही ना बरती जाये। इसके साथ ही कलेक्टर ने विश्रामपुरी में विहान समूह द्वारा चलाई जा रही केंटिन में छत्तीसगढ़ के परांम्परागत फरा एवं कोचई भजिया का आनन्द लिया वहीं कोरगांव स्थित बीसी सखी से मुलाकात की एवं ग्राम बावनपुरी मे स्वच्छ भारत महिला स्व-सहायता समूह द्वारा किये जा रह सालबीज संग्रहण केन्द्र पंहुचे और समूहो के सदस्यों से अब तक किये गये साल बीज संग्रहण एवं उसके भुगतान की जानकारी चाही। समुहो के सदस्यो ने उन्हे बताया कि समूहो द्वारा अब तक 450 क्विटंल साल बीज संग्रहण किया जा चुका है। मौके पर समुह के सदस्यो ने केन्द्र के समीप हेण्डपम्प की आवश्यकता की भी मांग रखी। जिसके लिए कलेक्टर ने शीघ्र लगवाने हेतु आश्वस्त किया। इसके साथ ही उन्होने वन विभाग के सौजन्य से ट्री गार्ड निर्माण कार्य मे जुटी महिलाओं को महिलांओ की विशेष रूप से सराहना भी की।
मांझीनगढी़ मे होगा पर्यटन सुविधाओं का विकास
अपने दौरे में कलेक्टर विश्रामपुरी के एक अन्य पर्यटल स्थल मांझीनगढी़ पंहुचे और यहां पर्यटन सुविधाओं को विकसित करने के संबंध मे अधिकारियों से विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि इस क्षेत्र पर्यटन की अपार संभावना है। अतः इससे संबधित विभाग इसकी कार्ययोजना बना कर प्रस्तुत करें। ज्ञात हो कि मांझीनगढी़ एक विस्तृत ऊंचा पहाड़ी पठारी क्षेत्र है। जिसके उपर लगभग 24 कि.मी समतल जगह और चारो ओर गहरी खाई है इस स्थान पर कन्दरानुमा गुफा में प्रागैतिहासिक काल के चित्राकंन भी प्राप्त हुए है। इस उंचे पहाड़ी के चारों ओर हरी-भरी पहाड़ियों का विहंगम मनोहारी दृश्यों का अवलोकन भी किया जा सकता है साथ ही वर्षा के दिनो में यहां जगह जगह झरने भी फूट पड़ते हैै। जिससे यह क्षेत्र और भी दर्शनीय हो उठता है। कलेक्टर ने स्वयं पहाड़ियों पर चढ़ा़ई कर इस क्षेत्र का अवलोकन किया साथ ही झरने के नीचे बनी प्राकृतिक गुफा में जाकर स्थानीय ग्रामीणों से वहां रखे पारंपरिक वाद्ययंत्रो की जानकारी ली साथ ही ग्रामीणो द्वारा देवस्थलीय पहाड़ी के ऊपर स्थित होने पर आने जाने के लिए रोड की मांग पर कलेक्टर ने जल्द इस पर कार्य किये जाने का आश्वासन दिया।