जिया न्यूज़:-रवि दुर्गा-किरंदुल,
नगर की नारी शक्ति को किया गया पुलिस विभाग के द्वारा सम्मान….
किरन्दुल । छत्तीसगढ़ पुलिस जिला दंतेवाडा एवं एसडीओपी देवांश सिंह राठौर के मार्गदर्शन में किरन्दुल पुलिस के द्वारा अभिव्यक्ति महिला जागरूकता कार्यक्रम के तहत विश्व महिला दिवस 8 मार्च से 14 मार्च तक महिला जागरूकता कार्यक्रम के तहत अलग अलग जगह में महिलाओं के लिए कार्यक्रम की जा रही है, इसी क्रम में नगर की अम्बेडकर भवन में नगर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, सफाई कर्मचारी,पुलिस विभाग एवं स्व सहायता समूह के सभी महिलाओं को एक मंच में आमंत्रित कर उन्हें महिलाओ से सम्बंधित अपराधों ,कानून व अधिकारों ,महिला उत्पीड़न,महिलाओं से संबंधित साइबर खतरे,महिलाएं एवं बालिकाओं की सुरक्षा संबंधित महिलाओ के प्रति अपराधों से सम्बंधित कानून की धाराओं ,ऑनलाइन खतरे से बचाव के तरीके बताएं गए और इस बीच श्रीफल एवं शॉल प्रदान कर महिलाओं को सम्मानित भी किया गया।
इस कार्यक्रम में डीएसपी आशा रानी, शिल्पा साहू एसडीओपी देवांश सिंह राठौर,एस आई विवेकानंद पटेल,महिला पुलिस विभाग से डॉली मानकर, अरविंद महाविद्यालय प्राचार्य शारदा दर्रो,प्रेरणा महिला समिति अध्यक्ष शांति गोविंराजन,परियोजना अधिकारी मनीषा साहू,पार्षद राजेन्द्र मृणाल राय,पूर्व पालिका अध्यक्ष अनिल राजी मोल, समाज सेविका प्रीति दूधी, लीना पी साहू,वेलसला दत्ता,सायरा बानो खान, प्रयास महिला समूह से रचना एवं उनकी टीम उपस्थित थे।
इस पूरे कार्यक्रम का मंच संचालन करने किरन्दुल की दबंग लेडी और समाज के बीच सक्रिय रहने वाली नारी प्रीति दूधी का बड़ा ही सहयोग रहा और इस बीच खास बात यह रही कि इन्हें पुलिस विभाग की ओर से इनके द्वारा चाहे वो ग्रामीण हो या शहरी क्षेत्र के लोग उनकी मदद करने हर समय प्रीति दूधी का बड़ा सहयोग रहता है, जन मानस से जुड़ी इन सभी चीजों को देखते हुये पुलिस विभाग की उर्मिला साहू के द्वारा दो – दो बार सम्मानित किया गया जो नारी शक्ति के लिये गर्व की बात है इस दौरान प्रीति दूधी ने किरन्दुल-दंतेवाड़ा पुलिस टीम को धन्यवाद देते हुये कहा कि हमारी पुलिस टीम महिला रक्षा में चाहे रात हो या दिन हमेशा सक्रिय रहते हैं और इस प्रकार का कार्यक्रम महिला शक्तियों के लिये आयोजित करना यह दर्शाती है कि दंतेवाड़ा-किरन्दुल की पुलिस महिलाओं की रक्षा और सम्मान को लेकर कितनी चिंतित हैं रही बात इस पूरे कार्यक्रम को सफल रूप से संचालन करने डॉली मानकर का विशेष रूप से सहयोग रहा हैं.