जिया न्यूज़:-दंतेवाड़ा,
रात की कालाबाजारी की खुशी में फूल बांट रहे कांग्रेसी
आपदा काल मे राजनीतिक दबावों से ऊपर सोचें कलेक्टर
दंतेवाड़ा:-भारतीय जनता पार्टी दंतेवाड़ा के जिला अध्यक्ष चैतराम अटामी ने कांग्रेस को वेतन से चोरी और लोगों के जीवन से खेलने वाले कांग्रेसियों को गांधीगिरी का ढोंग न करने का नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि जिले के कांग्रेसी पहले अपने आला नेताओं से राज्य में हुए हजारों मौतों का कारण जान ले, फिर माननीय मोदी जी को सद्बुद्धि देने निकालें। साल भर से कोरोना काल मे दारू बेचकर लिए कोरोना टैक्स का हिसाब भूपेश बघेल जी से पूछ लें फिर एक देश एक रेट की बात करें। राज्य की कांग्रेस सरकार दान के नाम पर शासकीय कर्मचारियों के वेतन से जिस पद्धति से कटौती कर रही है उसे सहयोग नही चोरी कहते हैं, सेवा संघठन सीखना हो तो भाजपा से सीखें चोरी करना बंद करें। शासकीय कर्मचारी एवं अन्य संघ संघठनों ने देश में विपदा की स्थिति में स्वेच्छा से लाखों रुपये राहत कोष में जमा कर अपने सच्चे नागरिकता का परिचय दिया है।

कर्मचारियों से बिना विकल्प पत्र भरवाए सॉफ्टवेयर में छेड़छाड़ कर सीधे वेतन से उनकी एक दिन की मेहनताना काट लेना एक प्रकार की चोरी है। ऐसे कृत्यों के बाद भी फिल्मी स्टाइल में भाजपा प्रतिनिधियों को गुमराह कर गुलाब भेंट कर गांधी गिरी कांग्रेसियों को शोभा नही देता।
भाजपा जिला अध्यक्ष ने कांग्रेसियों को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि शायद राज्य में रात के 11 बजे से सुबह 4 बजे तक होल सेल ओपनिंग को लेकर कांग्रेसी अति उत्त्साहित हो गए हैं इसलिए अभी से गुलाब भेंट कर खुशी जाहिर कर रहे हैं। भाजपा बिजनेस नही करती इसलिए दिन में काम करती है। कांग्रेस रात में मार्केट खोलकर क्या करना चाहती है ये बातें व्यापारी वर्ग और आम जनता समझती है। जनता सब जानती है देश के विपरीत काल मे मोदी जी और भारतीय जनता पार्टी ने अपनी सद्बुद्धि से देश का मान, सम्मान और जान किस प्रकार से बचाया है। सद्बुद्धि की जरूरत कांग्रेस के युवराज और भूपेश जी को है, उनके लिए प्रार्थना करें।
जिला अध्यक्ष अटामी ने जिला कलेक्टर दीपक सोनी जी से आग्रह किया है कि जिले में कोरोनो को लेकर लोग में जिस कदर अफरा तफरी मची है उसे देखते हुए राजनीतिक दबाव में काम न करें। विगत कुछ दिनों से क्षेत्र के जनप्रतिनिधि, समाज प्रमुख, राजनीतिक पार्टियों के पदाधिकारी एवं संघ संघठनों के प्रमुख अपने को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। बस्तर कमिश्नर ने क्षेत्र में कोरोना के बड़ते मामलों को देखते हुए 25 अप्रैल को सम्भाग के सभी कलेक्टरों को पत्र जारी कर जिला मुख्यालय के व्ही सी स्वान कक्ष में जिला स्तर के आहूत अधिकारी, नगरीय निकाय, जिला पंचायत के जनप्रतिनिधि, सामाजिक प्रमुख, धार्मिक संस्थाओं के प्रमुखों, स्वंय सेवी संस्थाओं के प्रमुखों एवं सभी राजनीतिक दलों के जीला पदाधिकारियों के साथ बैठक आहूत करने निर्देशित किया था। कांग्रेस के ओछी मानसिकता के चलते दबाव में आकर आपने केवल चंद कांग्रेसियों के साथ बैठक आहूत कर अनेक महत्वपूर्ण निर्णय ले लिया, जो भविष्य में क्षेत्र के लोगों के लिए घातक भी हो सकते हैं। इसकी पूरी जानकारी हमे भी नही है जनता तो घरों में बंद हैं। ऐसे विपरीत काल मे बस्तर कमिश्नर के लिखित आदेशों के अवहेलना समझ से परे हैं। जिला अध्यक्ष अटामी ने जिला कलेक्टर के उपेक्षित व्यवहार को गलत ठहराते हुए इसकी निंदा की है। उन्होंने कहा कि जिला कलेक्टर के इस व्यवहार से भाजपा ही नही अन्य राजनीतिक पार्टी पदाधिकारी और स्वयं सेवी संस्था तथा समाज प्रमुख आहत हुए हैं।