जिया न्यूज़:-दंतेवाड़ा/गीदम,
दंतेवाड़ा-पूरे देश मे कोरोना महामारी अपना सालगिरह मना रहा है तो इसी तर्ज में आईपीएल भी लौट कर आया है यह जरूर है कि कोरोना काल में मनोरंजन का अच्छा साधन होता है लेकिन इसके फेर में कई बर्बाद भी हो जाते हैं ।क्रिकेट के मैच में जनता का पैसा खाईवाल के पास अक्सर जाता है ।इस मैच में दांव लगाने वाले अपना धन गवाते देखे गए है ।अनेक ऐसे उदाहरण भी हैं जब लोग सब कुछ लुटाने के बाद अप्रत्याशित कदम भी उठा लेते हैं ।गाढ़ी मेहनत की कमाई जब इंसान खो देता है तो उसके सामने विकट समस्या हो जाती है ।इस धंधे को रोकने केवल पुलिस प्रशासन से संभव नहीं लगती बल्कि गैर सरकारी संगठनों सहित प्रचार के माध्यम से जन जागृति की अधिक महत्ता होती हैं ।जिला पुलिस को सूचना मिलने पर कार्यवाही तो होती है लेकिन ऑनलाइन सट्टेबाजी के वजह से पुलिस भी अपना पूरा ताक़त नहीं झोंक पाती ।ऐसे में खाईवाल बच निकलते हैं ।बहरहाल, अंकों के खिलाड़ी ही इस धंधे में सक्रिय होते है उनपर कड़ी नजर रखकर इसे कुछ हद तक रोका जा सकता है ।