जिया न्यूज:-दंतेवाड़ा,

दंतेवाड़ा:-जिले के नक्सल प्रभावित अंदरूनी क्षेत्रों में प्रशासन का यह निदान शिविर आने वाले समय में बदलाव लाने में मील का पत्थर साबित होगा। दंतेवाड़ा जिले में जिस तरह से क्रमबद्ध तरीके से निदान शिविर प्रशासन द्वारा लगाया जा रहा है। जिसमें ग्रामीणों की भीड़ उमड़ रही है, इससे यह साफ संकेत मिलता है कि आने वाले दिनों में प्रत्येक गांवों में ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं का विस्तार करने ग्रामीण जन प्रशासन के साथ खड़े नजर आएंगे।

कलेक्टर विनीत नंदनवार आज कुआकोंडा विकासखंड अंतर्गत विभिन्न ग्राम पंचायत रेंगानार, हल्बारास, गोंगपाल में निदान शिविर का आयोजन किया गया। गोंगपाल निदान शिविर में लम्बे समय से लंबित फौती नामांतरण की समस्या का समाधान हो गया हितग्राही सरपंच पारा निवासी श्रीमती पीसे के पिता हिरमा जिनकी मृत्यु पश्चात नामांतरण में इतने साल लग गए, लेकिन कलेक्टर के मार्गदर्शन में लगाए गए शिविर में निदान हो गया। प्रशासन की सहजता देखकर ग्रामीण काफी खुश नजर आए और इसका असर भी दिखा। अंदरुनी क्षेत्रों में भी शासन प्रशासन की अच्छी रणनीतियों से जन सुविधाओं के लिए रास्ता खुल गया। आम जनता का अब शासन और प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ रहा है। शासन की योजनाएं अब अंतिम छोर तक पहुँचने से जनसामान्य लाभान्वित हो रहे हैं सुदूर वनांचलों में रहने वाले लोगों को बुनियादी सुविधाएं सुलभ होने लगी है।
कलेक्टर ने शिविर में स्वास्थ्य विभाग के मैदानी अमले का कार्य देखकर खुशी जाहिर की और बेहतर कार्य करने के लिए प्रोत्साहित भी किया। शिविर में राजस्व संबंधी जाति प्रमाण पत्र, आधार कार्ड, पेंशन, राशन जैसी मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली गयी। उन्होंने कहा कि कोई भी पेंशन से वंचित न रहें। मनरेगा अंतर्गत भूमि समतलीकरण, एफआरए, केसीसी इत्यादि के सबंध में भी जानकारी ली गयी। उन्होंने ग्रामीणों को मनरेगा के तहत कार्य रोजगारमूलक कार्य करने की बात कही। इस पर ग्रामीणों ने स्वरोजगार हेतु बकरी पालन, मुर्गी पालन के लिए मांग की इस पर कलेक्टर ने सहमति जताते हुए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया। शिविर में कलेक्टर ने ग्रामीणों से शासकीय योजनाओं की क्रियान्वयन और पेयजल, बिजली, जैसे अन्य मूलभूत सुविधाओं की लोगों तक पहुंच की जानकारी ली।
उन्होंने विभागीय अधिकारियों से आंगनबाड़ी में बच्चों की उपस्थिति, गर्भवती माताओं का पंजीयन, टीकाकरण, कुपोषित बच्चों की जानकारी ली। उपस्थित महिलाओं ने बताया कि एनआरसी (पोषण पुनर्वास केंद्र ) के माध्यम से बच्चों में सुधार हुआ है। मितानिनों को भी समय से प्रोत्साहन राशि मिल रहा है। कलेक्टर ने कहा कि बच्चों की स्वच्छता और उनको उचित पोषक आहार पर विशेष ध्यान दें। मौसमी बीमारियों को देखते हुए पशुओं के टीकाकरण, पशुओं से संबंधित बीमारियों के बारे में भी पूछा। गांवों में ग्रामीणों को शासकीय योजनाओं से भी अवगत कराया गया। कलेक्टर ने प्रधान मंत्री आवास योजना के बारे में भी बताते हुए प्राप्त राशि का सही उपयोग करने की बात कही। जिले में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा निदान शिविर के माध्यम से ग्रामीणों से भेंट कर समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है अब दंतेवाड़ा जिले के दूरस्थ अंचल में भी यह बदलाव की झलक साफ दिखाई देने लगी है। अब जिले के अंदरूनी क्षेत्रों के भी हालात बदल रहे हैं वनांचल क्षेत्रों में अब विकास के साथ शिक्षा और स्वास्थ्य का दायरा भी तेजी से बढ़ रहा है। प्रशासनिक अमला अंदरूनी क्षेत्रों तक पहुंचकर अंतिम व्यक्ति तक विभागीय योजनाओं के लाभ को पहुंचाने में जुटा है। इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ ललितादित्य नीलम, बड़े बचेली एसडीएम आनंद राम नेताम, जनपद सीईओ देवागंन, संबंधित अधिकारी, कर्मचारी, सरपंच, ग्रामीण जन उपस्थित रहे।