जिया न्यूज़:-दंतेवाड़ा/गीदम,
दंतेवाड़ा:-प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले पारंपरिक घोटपाल मेला का आज प्रमुख दिन है ।आज नानोली वैया नृत्य, माड़िया नृत्य, कीर्तन नाटक के बाद देवी-देवताओं की विदाई की जाएगी ।

9 फरवरी से जारी यह मेला 25 फरवरी को सिंगार उतारनी के साथ समाप्त होगा।उसेंडी तादो मेला समिति व मंदिर समिति के निर्देशन पर आयोजित होने वाला मेला में स्थानीय ग्रामीणों के साथ पूरे सम्भाग से लोग आते है ।

बस्तर में घोटपाल मेला महत्व बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है ।कई माह पूर्व से इसकी तैयारी की जाती है ।जिला प्रशासन भी मेले के लिए मुस्तैद रहती है ।स्टाल, पेयजल सहित जरूरी सुविधाएं दी जाती है ।

बच्चे, बूढ़े और सभी वर्ग के लोग मेले में पहुचते है ।शाम के समय भीड़ अधिक जुटती है और रात भर लोग आनंद लेते है ।होटल, बच्चों के झूले, महिलाओं के लिए सामान, सभी प्रकार की दुकानें यहां लगती हैं ।व्यापारी वर्ग भी इस मेले के लिए तैयार रहते हैं और अच्छी आमदनी करते हैं ।