जिया न्यूज:-ईश्वर सोनी बीजापुर,

शासन-प्रशासन के जानकारी बिना पलायन व मानव तस्करी संभव नही
विधायक हुए मेहरबान तो जिले में कमीशनखोरी एंव भरस्टाचार की चलने लगी दुकाने
बीजापुर:-पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने पत्रकार वार्ता कर आरोप लगाया कि जिले में रोजगार की स्थिति डांवाडोल हो गई है क्योंकि मनरेगा के सारे कार्य विधायक विक्रम मंडावी की शह पर मशीनों से चल रहे है जिसके चलते क्षेत्र के ग्रामीण मजदूर तेलंगाना एंव आंधप्रदेश पलायन करने को विवश हो चुके है
गागड़ा ने आरोप लगाया कि पंचायतों में काम मशीनों से होने के कारण ही मजदूर काम की तलाश में पड़ोसी राज्यो में पलायन कर रहे है कुछ दिनों पहले ही पलायन कर रहे मजदूरों की गाड़ी तेलंगाना में दुर्घटनाग्रस्त हुई थी जिसमें कई मजदूर घायल हो गये थे
श्रम विभाग और पुलिस के सामने मजदूरों का पलायन

गागड़ा ने कहा कि श्रम विभाग की ओर से घायल मजदूरों को बीमा राशि भी नही दी जा रही है ,पुलिस विभाग एंव श्रम विभाग के आंख के नीचे मजदूर पलायन कर रहे है क्योंकि काँग्रेस के ठेकेदारों ने मनरेगा पर कब्जा मार रखा है और सारे काम मशीनों से चल रहे है जिसमे प्रशासन की मौन अनुमति है और जिला कमीशनखोरी में चल रहा है
जिले में सरकारी धन का दुरुपयोग और बंदरबांट, उसूर की गुणवत्ताहीन सड़क को लेकर जल्द होगी एफआईआर
पूर्व वनमंत्री ने आरोप लगाया की विधायक विक्रम मंडावी के इशारे पर ही जिले में सरकारी धन का धड़ल्ले से दुरुपयोग कर कमीशनखोरी और बंदरबांट किया जा रहा है , जिले में कृषि , स्वास्थ्य , शिक्षा , सड़क सभी मे जमकर भरस्टाचार हो रहा है साथ ही नलकूप खनन का पैसा भी किसानों से लिया जा रहा है , जिला अस्पताल अब रेफरल सेंटर बनकर रह गया और सीएमएचओ अब खुद निर्माण एजेंसी बन चुके है वन्ही शिक्षा विभाग के कामो में डीईओ खुद उगाही कर रहे है तो लोक निर्माण विभाग कमीशनखोरी में लिप्त होकर घटिया निर्माण को अंजाम दे रहा है जिसका उदाहरण उसूर की गुणवत्ताहीन सड़क सबके सामने है और जल्द हम इस सड़क को लेकर एफआईआर करवाएंगे
विधायक के इशारे पर रेत का अवैध उत्खनन जारी
प्रेस वार्ता में गागड़ा ने आरोप लगे कि विधायक के इशारे पर जिले में रेत का अवैध उत्खनन धड़ल्ले से जारी है इससे शासन को राजस्व का सीधा नुकसान है
तेलंगाना का ठेकेदार मजदूरों को बेल्ट से मारते एंव शोषण करते लेकिन शिकायत के बाद भी पुलिस ने ठेकेदार को छोड़ा
बीजापुर के चट्टान पारा निवासी श्रीकांत गोरला ने पूर्व वनमंत्री को शिकायत करते हुए बताया कि तेलंगाना के ठेकेदार फ़क़ीर द्वारा 400₹ रोजी देने के नाम पर दो महिला सहित 14 लोगो को काम करवाने राजमेइन्द्री और कडप्पा ले जाया गया जंहा चारो ओर पहाड़ ओर घने जंगल थे बीच में तालाब था जिसमें कमर भर पानी मे डूबकर मछली पकड़ते थे और दिन में एक बार ही ठेकेदार द्वारा खाना दिया जाता था एंव काम नही करने पर बेल्ट से मारा जाता था और मजदूरी भी नही देते थे , वन्ही घने जंगल मे एक बार तो जंगली सुअर ने मजदूर अनिल जुमार पर झपटा भी मारा लेकिन वो बच कर भाग निकला
इस बात की जानकारी बीजापुर में रहने वाले रिश्तेदार भूषण सकनी को हुई तो उन्होंने पुलिस में शिकायत की तो पुलिस उन्हें तेलंगाना से वापस लेकर आई लेकिन आरोपी ठेकेदार फ़क़ीर को बीजापुर लाने के बाद बिना कार्यवाही छोड़ दिया गया