जवानों को आता देख कैम्प छोड़कर भागने को मजबूर हुए नक्सली
दिनेश गुप्ता :-दंतेवाड़ा
दंतेवाड़ा पुलिस को आज नक्सलियों के विरुद्ध बड़ी सफलता हासिल हुयी है। दन्तेवाड़ा-बीजापुर जिले के सरहदी क्षेत्र तामोडी के जंगलों में घुसकर जवानों ने बड़ी मात्रा में डंप नक्सली सामान बरामद किया है। बताया जा रहा है कि बरामद सामान बड़े नक्सली लीडरो द्वारा उपयोग में लाया जाने वाला सामान है। जिसमे लैपटॉप, कलर प्रिंटर, बैटरी,कंपास, इंवर्टर सहित कई अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक सामान बरामद हुआ है। इसके अतिरिक्त जवानों ने भारी मात्रा में नक्सली साहित्य और दैनिक उपयोग की सामग्री भी बरामद की है।एक हजार से ज्यादा जवानों का कम्बाइन ऑपरेशन विगत तीन दिनों से बासागुड़ा व गंगालूर के जंगलों में चल रहा था। जवानों के ऑपरेशन से डरकर नक्सली पहाड़ियों के नीचे चल रहे कैंप को छोड़कर भागने को मजबूर हो गये। और जवानों ने नक्सली कैम्प से भारी मात्रा में नक्सल उपयोगी सामग्री बरामद की है। बरामद सामानों में विस्फोटक, इंवर्टर-बैटरी, प्रिंटर और कपड़े के अलावा बड़े-बड़े बक्से मिले हैं।बीजापुर जिले के जवान और दन्तेवाड़ा जिले के हजारों जवानों ने नक्सलियों को गंगालूर इलाके में दोनों ओर से घेराबन्दी कर ऑपरेशन लांच किया। पुलिस को जानकारी मिली थी कि नक्सली इन जंगलों में ओसीटीसी के दौरान बड़े हमले की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन जवानों ने नक्सलियों को कोई मौका नहीं दिया और पहाड़ियों के नीचे चल रहे नक्सलियों के ट्रेनिग सेंटर तक पहुच कर उसे ध्वस्त कर दिया। जवानों की इस अचानक कार्रवाई से हड़बड़ाए नक्सली कैंप में समान छोड़-छोड़ कर भाग निकले।गौरतलब है कि यह वही इलाका है, जिसे नक्सली अब तक अपना सबसे सुरक्षित ठिकाना समझते आये हैं, लेकिन जवानों ने इस बार गंगालूर और बासागुड़ा के अंदरुनी इलाके में पहुंचकर नक्सलियों को मुंहतोड़ जबाब दिया है। जिस तरह से नक्सली सामान पकड़ाया है, उससे लगता है कि नक्सलियों का इस इलाके में बड़ा जमावड़ा था। सभी बरामद सामानों की बारीकी से जांच की जा रही है। बहुत से गोपनीय दस्तावेज भी हाथ लगे हैं। जिससे पुलिस को नक्सलियों के विरुद्ध रणनीति बनाने में आसानी होगी। और उनके महत्वपूर्ण ठिकानों तक पहुँचना पुलिस के लिये आसान होगा। और पुलिस को मिली इस बड़ी सफलता के बाद नक्सलियों का बैकफुट पर जाना तय माना जा रहा है। पुलिस ने दावा किया है कि इस क्षेत्र में नक्सली लीडर गणेश उइके, पापाराव,देवा, और बिज्जा मौजूद थे। और जवानों के पहुचने से पूर्व वो जंगलो की आड़ लेकर भाग निकले।