जिया न्यूज़:-दिनेश/चन्दन-दंतेवाड़ा,
दंतेवाड़ा:-गीदम ब्लॉक का पशुपालन विभाग अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए भवन पर काबिज है ।स्थानीय युवा डेयरी संचालक कृष्ण शिवहरे ने विभाग पर आरोप लगाते कहा है कि यहां पदस्थ डॉक्टर पटेल कोरोना काल के पहले से गायब है ।

हालात ऐसे है कि मामूली कृमि की दवा भी बेजुबानों के लिए नहीं है ।खानापूर्ति के लिए यह विभाग एक कर्मी को तैनात कर रखा है ।बताना जरूरी है कि जब से पशु चिकित्सालय में डॉक्टर अजमेरसिंह कुशवाह उप संचालक बतौर लादे गए हैं तब से विभाग के कार्यशैली पर लगातार सवाल उठते रहे हैं ।

कड़कनाथ मुर्गे के हितग्राहियो की व्यथा तो जगजाहिर है इन पर सरकार और प्रशासन की मेहरबानी भी आश्चर्य करती है ।आखिर जिस अधिकारी पर जांच चल रही है लगातार गड़बड़ियों की शिकायतें आ रही है उसे महत्वपूर्ण दायित्व क्यों दिया गया है ?क्या विभाग में इनके अलावा कोई भी काबिल विकल्प नहीं है ।

अनेक समाचारपत्रों, पोर्टलों में इनके विषय मे नए-नए कारनामें प्रकाशित भी होते रहे है ।शीर्ष नेतृत्व का संचालन कौशल पर ही जमीन पर योजनाओं का क्रियान्वयन होता है ।गीदम में बिगड़ी व्यवस्था उदाहरण मात्र है कमोबेश पूरे जिले में पशु चिकित्सा विभाग की साख गिरी है जिसे सुधार किया जाना चाहिए ।