जिया न्यूज़:-दंतेवाड़ा,
दन्तेवाड़ा :- बस्तर की बेटी पर्वतारोही नैना ने माउंट एवरेस्ट फतेह कर छत्तीसगढ़ राज्य का मान बढ़ाया है। नैना धाकड़ ने बस्तर जैसे पिछड़े क्षेत्र से साहसी प्रदर्शन कर क्षेत्र की महिलाओं के लिए एक नया मिशाल कायम की है। उनके इस विजय से हम महिलाओं का सर फक्र से ऊंचा हुआ है उक्त बातें दन्तेवाड़ा जिला की महिला मोर्चा जिला अध्यक्ष एवं प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य भाजपा श्रीमती ओजस्वी मंडावी ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में कही है ।बस्तर साहसी बेटी नैना धाकड़ को राज्य सरकार से योग्यता के आधार पर शासकीय नौकरी में सीधे पद देने की मांग भी की है। उन्होंने कहा है कि राज्य के पुलिस विभाग में खिलाड़ियों के लिए वैसे भी 2 फीसदी पद आरक्षित होते हैं। साथ ही बताया कि केंद्र सरकार ने खिलाडिय़़ों के हित को देखते हुए नौकरी देने के नियम में परिवर्तन भी किया है। नए नियम के आधार पर केंद्र सरकार ने 63 खेलों के खिलाडिय़ों को सीधी भर्ती में अवसर प्रदान करने का नया नियम लागू किया है। श्रीमती ओजस्वी ने कहा कि संशोधित नियम के आधार पर छत्तीसगढ़ राज्य के खिलाडिय़ों को भी लाभ मिलना चाहिए। नैना जैसे प्रतिभावान युवाओं को शासकीय पदों पर नियमानुसार डायरेक्ट भर्ती की जानी चाहिए। ऐसे पहल से क्षेत्र के युवाओं का खेल के प्रति रुचि बढ़ेगी और उन्हें बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के प्रोत्साहन के लिए इस तरह का कदम उत्तरप्रदेश, राजस्थान और अन्य राज्यों की तरह छत्तीसगड़ सरकार को भी उठानी चाहिए। नौकरी मिलने से युवाओं का खेलों की ओर रुझान और बढ़ेगा। श्रीमती ओजस्वी मंडावी ने सोशल मीडिया में नैना की नौकरी को लेकर हो रही चर्चा के संदर्भ में कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार द्वारा राजपत्रित अधिकारी के पद पर पूर्व में सीधी भर्ती की गई है। ऐसे में नैना को पुलिस विभाग में डीएसपी या समकक्ष पद पर नौकरी देने की मांग को गलत नही ठहराया जा सकता। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि योग्यता और पूर्वत भर्तियों को भी ध्यान में रखा जाए जिससे अन्य प्रतिभागी परीक्षार्थियों को भी ठेस ना पहुंचे।