जिया न्यूज:-जगदलपुर,
जगदलपुर:-मेडिकल कॉलेज के फार्मासिस्ट रूम में शनिवार को फार्मासिस्ट दिवस के उपलक्ष्य में डॉक्टर से लेकर सभी फार्मासिस्ट ने केक काटकर इस दिन को बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया, साथ ही सभी को इस दिन की बधाई भी दिया गया।
फार्मासिस्ट डे के बारे में डॉक्टरों ने बताया कि हर साल दुनियाभर में 25 सितंबर को वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे मनाया जाता है। हमारे जीवन में फार्मासिस्टों की महत्वपूर्ण भूमिका को मनाने और पहचानने के लिए इस खास दिन को उनके लिए सेलिब्रेट किया जाता है। इंटरनेशनल फार्मास्युटिकल फेडरेशन (FIP) ने विश्व फार्मासिस्ट दिवस की स्थापना की थी। हम बिना फार्मेसी और फार्मासिस्ट के इस दुनिया की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं। हर किसी को जिंदगी में किसी-न-किसी मोड़ पर फार्मासिस्ट की मदद लेनी पड़ती है। प्राचीन काल के किताबों और धार्मिक ग्रंथों में भी चिकित्सा का जिक्र है। चिकित्सा क्षेत्र यानी फार्मासिस्ट हमेशा से मानव जाति के जीवन का हिस्सा रहा है। 25 सितंबर का दिन सभी मेडिकल जगत के लिए समर्पित होता है। फार्मासिस्ट के योगदान को हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन इस कोरोना काल के दौरान ये बात हर कोई समझ गया है कि इसके बिना मानव जीवन की कल्पना करना भी कितना मुश्किल है। इसलिए यह हमारा कर्तव्य है हम फार्मासिस्ट से जुड़े सभी लोगों का सम्मान करें, उन्हें बढ़ावा दें और प्रोत्साहित करें। वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे के पीछे कई गहरे कारण हैं। यह सब विश्वास पर टिका है। विश्वास हर रिश्ते की नींव होती है, चाहे वह व्यक्तिगत रिश्ता हो या फिर प्रोफेशनल रिश्ता हो। इसी तरह एक फार्मासिस्ट और एक मरीज के बीच भी विश्वास की कड़ी होती है। जब आप किसी पर भरोसा करते हैं, तभी उनकी बातों को मनाते हैं। इस कोरोना महामारी के समय में हर जगह लोगों ने अपने केमिस्ट द्वारा दी गई सलाह पर आंख बंदकर भरोसा किया है। स्वास्थ्य कर्मियों का अपने मरीजों के साथ एक गहरा विश्वास का संबंध होता है। 25 सितंबर को फार्मासिस्ट दिवस मनाया जाना चाहिए। क्योंकि इसी दिन एफआईपी की स्थापना भी हुई थी। 2009 के बाद से ही हर साल 25 सितंबर को वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे मनाया जाता है। इस दौरान डॉक्टर कमलेश ध्रुव , डॉ संदीप सिंह, डॉक्टर टी महेश, प्रशासनिक अधिकारी विजय देवांगन, ईश्वर लाल सलाम, लक्ष्मीशंकर डड़सेना के अलावा मेकाज के सभी फार्मासिस्ट मौजूद थे।