जिया न्यूज़:-दंतेवाड़ा,
दंतेवाड़ा:-कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी दरभा डिवीजन कमेटी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर शासन प्रशासन पर कई आरोप लगाए हैं। दरभा डिवीजन कमेटी के सचिव साईनाथ ने प्रेस विज्ञप्ति में लिखा है कि केंद्र राज्य सरकार मिलकर बस्तर के खनिज संसाधन को बहुराष्ट्रीय कंपनियों को सौंपने के लिए आदिवासियों के ऊपर ऑपरेशन प्रहार तीन समाधान योजना चालू कर रही है। और इस ऑपरेशन प्रहार में हर दिन आम जनता को अरेस्ट करना, उन पर झूठा केस करना यही सब किया जा रहा हैं। घर वापसी अभियान के नाम से इनामी नक्सली बताकर ग्रामीणों को ज़बरदस्ती सरेंडर करवाया रहा है। हर जगह जगह पर पुलिस कैंप खोलकर आस-पास के गांव में दिन-रात पुलिस गश्ती के नाम से मुर्गी और बकरी पैसा, बर्तन आदि सामानों की चोरी की जा रही है। साथी गस्ती के नाम से ग्रामीणों के साथ मारपीट भी की जा रही है। ऐसे ही एक मामला में ग्राम पंचायत बड़ेगादम निवासी वेट्टी उंगा सोसाइटी से चावल लाने के लिए गांव जंगमपाल गया था उसे डीआरजी के जवानों ने उसे पकड़कर विभिन्न यातनाएं दी। और उसे नक्सली बताया। दंतेवाड़ा पुलिस पर फर्जी मुठभेड़ का लगाया आरोप। वेट्टी हूंगा को बताया आम ग्रामीण। डीआरजी के जवानों पर लगाया हत्या का आरोप । साईनाथ ने बताया वेट्टी हूंगा सोसाइटी से लेने गया था चावल ।बताया वेट्टी हूंगा के पास नही था कोई हथियार । पुलिस का दावा- दो दिन पहले जंगमपाल और गादम के जंगलों में हुई थी मुठभेड़। जिसमे मुटभेड़ के दौरान एक लाख इनामी वेट्टी हुगा की हुई थी मौत ।वेट्टी हूंगा पर पहले इनाम था घोषित। इसी तरह लगातार छत्तीसगढ़ में भी फर्जी मुठभेड़ की जा रही हैं। विगत कुछ माह से बस्तर संभाग में लगातार एक के बाद एक घटनाये घट रही हैं। और सभी घटनाओं में बेगुनाह ग्रामीणों के ऊपर अत्याचार किया जा रहा है। और इन घटनाओं के माध्यम से 6 ग्रामीणों को फर्जी मुठभेड़ के नाम से नक्सली बताकर गिरफ्तार किया गया है। 8 मार्च महिला दिवस के दिन भी कॉमरेड आयते, विज्जे के नाम से जलेबी ग्राम पंचायत में उनके परिवारों को याद करने के स्मारक बनाया गया था इस स्मारक को भी पुलिस द्वारा तोड़फोड़ कर दिया गया है। वही सामाजिक कार्यकर्ता मरकाम हिड़मे को भी पुलिस ने एक लाख की इनामी माओवादी बताकर समेली में पकड़कर झूठा आरोप लगाकर उसे जेल भेज दिया गया।