जिया न्यूज़:-जगदलपुर,
जगदलपुर:-एक तरफ पुलिस आईपीएल सट्टे जैसी भयानक सामाजिक बुराइयों व अपराध पर लगाम कसने भारी मशक्कत कर आरोपियों को पकड़ रही है। वहीं दूसरी और प्रशासनिक अधिकारी अपराधियो को शह देकर पुलिस से ही जवाब तलाब कर उसे हतोत्साहित कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला जगदलपुर में सामने आया जहां कोतवाली पुलिस ने दिन रात मेहनत कर एक आईपीएल सट्टेबाज शिवानंद सागर को गिरफ्तार करने में सफलता अर्जित की। चूंकि सटोरियों पर कानूनन भारतीय दंड संहिता की धारा 4 के तहत मामला बनता है। जो जमानती अपराध की श्रेणी में आता हैम और आरोपी आसानी से पुलिस की हवालात से बच जाते है। और फिर से अपने अवैध कारोबार को अंजाम देने में जुट जाते हैं। इसलिये कोतवाली पुलिस ने अपराध नियंत्रण के लिये आरोपी पर प्रतिबंधात्मक धारा लगायीं जिससे कि अपराधी न बच सके। और सट्टेबाज खिलाफ प्रतिबंधात्मक कर धारा लगाकर अनुविभागीय दंडाधिकारी की अदालत में प्रस्तुत किया ताकि उसे आसानी से हवालात तक पहुंचा जा सके।

किंतु एसडीएम ने ना केवल उसे तुरंत जमानत दे दी बल्कि उल्टे आरोपी को प्रश्रय देते हुए कोतवाली पुलिस से स्पष्टीकरण मांगा। कि किस नियम के तहत आरोपी पर प्रतिबंधात्मक धारा लगाई गई। अब पुलिस हैरान व परेशान है कि वह सटोरियों व अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करें या ना करें। ऐसा लगने लगा है जैसे कही बड़े अधिकारियों से सटोरियों की साठ गांठ तो नही। जिसके कारण वह सटोरियों को बचाते हुये पुलिस से जबाब तलब कर रहे है।