जिया न्यूज़:-दंतेवाड़ा,
आदिवासी विकास शाखा के क्वार्टर को ध्वस्त किया गया, मोर्चा तैयार कर बनाई जा रही नई इमारत
आदिवासी विकास शाखा के अधिकारी को भी कुछ नहीं मालूम, कई सवाल खड़े हो रहे इस निर्माण पर
डिसमेंटल करने का पूरा एक प्रोसेस होता है, आखिर फंड किस मद का है, किस पुलिस अधिकारी या नेता के लिए बन रहा है
दंतेवाड़ा:-कांग्रेस सरकार नहीं है, सरकार के नाम पर सिर्फ तानाशाही चल रही है। जंगलराज जैसा शहर में माहौल तैयार हो चुका है। सिस्टम कोलेप्स हो चुका है। अधिकारी भी सवाल करो तो बोलते है, उन्हें कुछ नहीं मालूम है। आखिर जिस विभाग का मामला है उसी के अधिकारी से तो सवाल-जबाब किए जाएगें। खुद के क्वार्टर को डिस्मेंटल पर आदिवासी विकास शाखा के अधिकारी आनंद जी सिंह कहते है कि किसके आदेश पर हो रहा है, उनको नहीं मालूम है। यह गंभीर आरोप भाजपा के माहामंत्री और नगरपालिका उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप सिंह लगा रहे हैं। वे कांग्रेस सरकार को सरकार नहीं मान रहे हैं। हैवे कहते है सरकार ऐसी नहीं होती है। यहां तो सिस्टम ही कोलेप्स हा चुका है। आदिवासी विकास शाखा के क्वार्टर को ध्वस्त किया गया, मोर्चा तैयार कर नई इमारत बनाई जा रही है। डिसमेंटल करने का पूरा एक प्रोसेस होता है। समिति निर्णय लेती है। यह तब होता है जब वह इमारत जर्जर हो चुकी हो। बस स्टैंड पर बनी इतारत पूरी तरह से जर्जर है, लेकिन प्रक्रिया पूरी नहीं होने के चलते डिस्मेंटल नहीं हो पा रही है। यहां तो अभी क्वार्टर बहुत बेहतर स्थिति में है। आखिर उसे क्यों तोड़ा गया। नई इमारत ही बनानी थी तो कोई और जगह का चयन कर लेते है। एक और आरोप उन्होंने लगाया है आखिर किस मद से निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। किस पुलिस अधिकारी या नेता के लिए यह भवन बन रहा है। इन सवालों के जबाब जिला प्रशासन को देना होगा। एक अखबार मेें आम आदमी पार्टी के नेता बल्लू भोगामी ने भी सवाल खड़े किए है। वे शिक्षकों या कर्मचारियों को अवास न मिलने के दर्द को समझते है। नेता बनने के पहले एक शिक्षक ही थे। कई पेंडिग आवेदन अधिकारियों के पास पड़े हैं। कर्मचारियों को महिनों से आस है कि उनको सरकारी आवास मिलेगा। लेकिन उनको नही मिला है। शहर की कई कॉलोनी है जो जर्जर हो चुकी है। प्रशासन ने उनका मरमतीकरण तो नहीं करवाया। इस क्वार्टर को रातोंरात तोड़ कर मोर्चा तैयार करने में इतनी दिलचस्पी क्यों दिखाई। इधर तो यह भी बताया जा रहा है कि आदिवासी विकास विभाग के कर्मचारी शाहू बाबू को निकाला गया, फिर इस क्वार्टर को तोड़ा गया है। इतना ही नहीं एक और कर्मचारी उईके बाबू को भी क्वार्टर से निकालने की चर्चा चल रही है। यदि जिला प्रशासन ने जल्द कोई ठोस कदम नही उठाया तो भाजपा पार्टी आंदोलन करेगी। इस तरह से कांग्रेस सरकार को मनमानी नहीं करने देंगें।