एक लाख की इनामी सीएमएम सदस्य महिला नक्सली जयो ने किया आत्मसमर्पण
सच्चे प्यार ने महिला नक्सली को मुख्य धारा में लौटने को किया मजबूर
दिनेश गुप्ता-दंतेवाड़ा


दंतेवाड़ा,एक लाख की इनामी नक्सली सीएनएम सदस्य जयो इस्ताम ने पुलिस अधीक्षक के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है। लेकिन इस आत्मसमर्पण के पीछे दो नक्सलियों के बीच का प्यार है। प्यार यदि सच्चा हो या एक दूसरे के लिए मन में आदर हो तो वह समाज की हर दीवार तोड़ देता है। नक्सली जोड़े ने एक दूसरे का साथ पाने के लिए नक्सली संगठन की क्रूरता से दूर होने का फैसला लिया और समाज में एक मिसाल बन गए। दरअसल, यह प्रेमी जोड़ा इंद्रावती नदी पार के इलाके का रहने वाला है और कई वर्षों इन्द्रावती एरिया कमेटी में सक्रिय था। संगठन में काम करते हुए दोनों का प्यार परवान चढ़ा और दोनों ने एक-दूसरे के साथ जीने मरने की कसमें खाई। लेकिन एक वक्त ऐसा आया जब प्रेमी लक्ष्मण ने नक्सल संगठन की क्रूरता से तंग आकर पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। एक-दूसरे से दूर रहकर भी इस जोड़े का प्रेम कम नही हुआ और 14 फरवरी ( वेलेंटाइन डे ) को लक्ष्मण ने अपनी प्रेमिका 1 लाख की इनामी सदस्य जयो के नाम एक भावनात्मक पत्र लिखा। लक्ष्मण का भावनात्मक पत्र पाने के बाद जयो ने आत्मसमर्पण का निर्णय लिया। और जयो ने 1 मार्च को लक्ष्मण को पत्र लिख कर नक्सली विचार धारा को छोड़कर समाज की मुख्य धारा में आकर विवाह की बात कही। नक्सली जयो की इक्छा के आधार पर आज सुरक्षबलों ने महिला नक्सली को नक्सली संगठन से बचा कर दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक डॉ अभिषेक पल्लव के समक्ष लाया जहाँ उसने लक्ष्मण से विवाह करने की ईच्छा जताई और अपने आत्मसमर्पण किया।